कोरोना संक्रमण काल में योगी सरकार के राजस्व में वृद्धि

कोरोना संक्रमण काल में योगी सरकार के राजस्व में वृद्धि

Newspoint24.com/newsdesk/

लखनऊ । कोरोना के कारण अप्रैल और मई माह में आर्थिक गतिविधियों पर काफी असर पड़ने के बाद योगी सरकार ने इसे पटरी पर लाने में बड़ी कामयाबी हासिल की है। राज्य ने अगस्त 2019 की तुलना में अगस्त 2020 में राजस्व में लगभग 600 करोड़ रुपये की वृद्धि हासिल की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस पर संतोष जताया है। उन्होंने कहा कि कोरोना के मद्देनजर भारत सरकार द्वारा जिन गतिविधियों पर रोक लगाई गई है, उन्हें छोड़कर अन्य सभी प्रकार की औद्योगिक तथा व्यवसायिक गतिविधियों को प्रदेश में संचालित किया जाए।

प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि जुलाई से आर्थिक गतिविधियां तेज होने का सिलसिला शुरू हुआ और अब उत्तर प्रदेश राजस्व की बेहतर स्थिति में पहुंच गया है। जुलाई 2019 के मुकाबले जुलाई 2020 का कर राजस्व 97.76 प्रतिशत पर पहुंच गया था। इसके बाद अगस्त में भी गति बरकरार रही। इस वर्ष अगस्त माह में पिछले वर्ष की तुलना में 600 करोड़ का अधिक राजस्व एकत्र किया गया है। ये साबित करता है कि आर्थिक गतिविधियां लगातार पूर्व से बेहतर स्थितियों में पहुंच रही हैं।

वित्त मंत्री ने बताया कि विभिन्न मदों के अन्तर्गत 2019 में 8942.76 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ था, जबकि अगस्त 2020 में यह 9545.21 करोड़ रुपये रहा। जीएसटी-वैटके तहत पिछले वर्ष अगस्त माह में 5126.56 करोड़ की प्राप्ति हुई थी। इस वर्ष इसमें इजाफा हुआ और 5329.58 करोड़ रुपये अर्जित किए गए। इसी तरह वैट में 2019 में अगस्त के दौरान 1604.26 करोड़ का राजस्व जुटाया गया, ज​बकि इस वर्ष यह 1831.60 करोड़ रुपये रहा। ये अपने में आर्थिक गतिविधियों को दर्शाता है।

अगस्त 2019 में आबकारी मद में 1882.33 करोड़ का राजस्व हासिल किया गया था। इस वर्ष यह बढ़कर 2310.27 करोड़ रुपये पहुंच गया। इसी तरह भूतत्व एवं खनिकर्म मद में गत वर्ष के अगस्त माह के 109.56 करोड़ की तुलना में इस वर्ष 171.53 करोड़ रुपये जुटाए गए। स्टाम्प एवं निबन्धन में इस वर्ष अगस्त महीने में 1301.92 करोड़ और परिवहन मद में 431.91 रुपये का राजस्व हासिल किया गया।

वित्त मंत्री ने कहा कि राज्य में अब दो दिन की साप्ताहिक बन्दी समाप्त कर केवल एक दिन रविवार को सीमित कर दी गई है। इस दिन पहले से ही लोग अवकाश पर रहते थे। सभी प्रकार की गतिविधियां चालू हैं। आवागमन हो रहा है। उत्तर प्रदेश ने अन्य राज्यों की तुलना में बहुत बेहतर प्रदर्शन किया है। आर्थिक स्थिति ठीक होती है तो सभी प्रकार की स्थिति ठीक हो जाती है। आर्थिक स्थितियों पर सभी का फोकस रहता है।

जुलाई से शुरू हुआ आर्थिक सुधार का सिलसिला
पिछले वर्ष जुलाई में कर राजस्व का कलेक्शन 10,926.36 करोड़ था। जुलाई, 2020 में यह 10,675.42 करोड़ पर पहुंच गया, जो 97.76 प्रतिशत रहा।
जीएसटी में जुलाई 2019 में 6564.88 करोड़ की प्राप्ति हुई थी, जबकि इस बार जुलाई 2020 में यह 6024.16 रहा। इसी तरह एसजीसटी 1850.71 करोड़ के सापेक्ष 1799.81 करोड़ पहुंच गया है। आईजीएसटी मद में 3011.87 करोड़ की तुलना में 2320.81 करोड़ की राशि प्राप्त की गई। वहीं वैट में इस वर्ष इजाफा हुआ है। विगत वर्ष के जुलाई माह के 1702.30 करोड़ की तुलना में इस वर्ष जुलाई माह में इस मद में 1903.54 करोड़ की राशि प्राप्त की गई।
इसी तरह आबकारी स्टाम्प तथा निबंधन एवं परिवहन मद के कर राजस्व में भी वृद्धि दर्ज की गई है। यह 4214.27 करोड़ की तुलना में 4472.72 करोड़ रुपये पहुंच गया। भूतत्व एवं खनिकर्म में 147.21 करोड़ के सापेक्ष 178.54 करोड़ वसूले गए।

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