तैयारियों की कमी के कारण महिला विश्वकप स्थगित किया गया: सीईओ

तैयारियों की कमी के कारण महिला विश्वकप स्थगित किया गया: सीईओ

Newspoint24.com/newsdesk/

नयी दिल्ली । आईसीसी महिला विश्वकप टूर्नामेंट की मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) आंद्रिया नेल्सन का कहना है कि कोरोना के कारण सुरक्षा मुद्दों के बजाए खिलाड़ियों के लिए तैयारियों की कमी के चलते महिला विश्वकप को स्थगित किया गया है।

न्यूजीलैंड दुनिया के उन चुनिंदा देशों में से एक है जहां कोरोना का प्रभाव कम है। महिला एकदिवसीय विश्वकप का आयोजन अगले साल छह फरवरी से सात मार्च तक न्यूजीलैंड में होना था। हालांकि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने गत शुक्रवार को इसे 2022 तक स्थगित करने का फैसला किया था।
महिला विश्वकप के लिए इस साल जुलाई में क्वालीफायर टूर्नामेंट होना था लेकिन कोरोना के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था। भारत, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका और मेजबान न्यूजीलैंड पहले से इस टूर्नामेंट में क्वालीफाई कर चुके हैं जबकि अन्य तीन टीम का चयन क्वालिफाइंग टूर्नामेंट के जरिये किया जाना है।

नेल्सन ने कहा, “हमने इस टूर्नामेंट के लिए काफी कुछ रणनीति बनाई थी ताकि हम इसका सफलतापूर्वक आयोजन कर सकें। लेकिन अंतत: इसे स्थगित करने का फैसला लिया गया। कोई भी क्वालीफाइंग टूर्नामेंट अभी तक नहीं हो सका है इसलिए क्वालीफाई करने के लिहाज से और फिर 2021 में खेलने के लिहाज से यह काफी जोखिम भरा हो सकता था।”

उन्होंने कहा, “हमारे पास ऐसी टीमें है जो ट्रेनिंग नहीं कर पा रही हैं। वेस्टइंडीज टीम को देखें तो वह अपने द्वीप को नहीं छोड़ सकते और टीम के तौर पर एक नहीं हो सकते हैं। किसी भी टीम को ऐसे बड़े टूर्नामेंट में खेलने के लिए कहने का यह सही वक्त नहीं है।”

इस बीच दुनियाभर की कई महिला खिलाड़ियों ने विश्वकप स्थगित होने के फैसले पर निराशा व्यक्त की थी। मेजबान टीम न्यूजीलैंड की कप्तान हीदर नाइट ने भी इस निर्णय की आलोचना की थी। नेल्सन का हालांकि मानना है कि टूर्नामेंट स्थगित होने से उन्हें तैयारियों के लिए मदद मिलेगी।

नेल्सन ने कहा, “टूर्नामेंट 2022 में होने से हमारे पास दुनियाभर की टीमों को ट्रेनिंग देने, तैयारी कर इस बड़े टूर्नामेंट में खेलने का मौका रहेगा। हमें इस बात पर कोई संदेह नहीं कि हम इस अवसर का फायदा उठाएंगे और 2022 में एक बेहतरीन टूर्नामेंट का आय़ोजन करेंगे।”

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