क्यों हानिकारक है फ्रिज में रखी पैकेट बंद सब्जियां ?

क्यों हानिकारक है फ्रिज में रखी पैकेट बंद सब्जियां ?

Newspoint24.com/newsdesk/

अगर बात फल और सब्जियों की करें, तो हर कोई पैकेटबंद फूड की जगह खेत से आने वाली ताजा और स्वच्छ सब्जियां खाना पसंद करता है। मन की संतुष्टि के लिए यह जरूरी भी है। क्योंकि, पैकेटबंद की तुलना में ताजा खाना ज्यादा पोषक होता है। मगर, कोई आपसे कहे कि फ्रिज में रखा पैकेटबंद खाना आपके लिए हानिकारक नहीं, हेल्दी है तो क्या आप यकीन करेंगे? नहीं ना, लेकिन ये सच है। कई मामलों में पैकेटबंद खाना फ्रेश खाने के जितना ही लाभदायक और हेल्दी होता है।

फ्रेश फूड (ताजा खाना) क्या है?

मान लीजिए सेब या टमाटर जो कि फलों की टोकरी से निकलकर आपकी डाइनिंग टेबल पर आया हैं। क्या वो ताजा हैं? आपको लगता है कि वो सिर्फ इसलिए ताजा हैं, क्योंकि आपने उन्हें बाजार से खरीदा है? वास्तव में कुछ भी ताजा नहीं है, जब तक आप खुद बगीचे या खेत से उठाकर नहीं लाते।

इसकी कुछ वजहें हैं-

खेत से निकालने के बाद फल-सब्जियां करीब 3 से 7 दिन तक ट्रांसपोर्टेशन (यातायात) का हिस्सा होती हैं।
ट्रांसपोर्टेशन के दौरान कुछ सब्जियों को खराब होने की आशंका के बीच फ्रिज में रखा जाता है।
फल और सब्जियों के इस सिस्टम को समझने के बाद शायद ही हमें कभी ताजे फल और सब्जियां खाने को मिलें।

कैसे होती है पैकेजिंग ?

पके फल और सब्जियों के पोषक तत्वों को संरक्षित (ताजा बनाए रखने) करने के लिए उन्हें पैकेट में बंद कर फ्रिज में रखने की जरूरत होती है। हालांकि, इससे पहले इन्हें एक process से गुजरना होता है। जैसे-

पैकेजिंग से पहले फल और सब्जियों को ठीक तरह से धोया जाता है उसके बाद सब्जियों को गरम पानी में हल्का उबाला (ब्लैंचिंग) जाता है।
सब्जियों की तुलना में फलों को ब्लैंचिंग से बचाया जाता है, क्योंकि इससे उनकी बनावट और स्वाद खराब हो सकता है।
सब्जियों को उबलते पानी में कुछ मिनटों के लिए रखने से बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं। जिससे स्वाद, बनावट और रंग को बरकरार रखा जा सकता है।
ब्लीचिंग (गरम पानी में हल्का उबलना) से बैक्टीरिया से बचाव में मदद मिलती है लेकिन Vitamin B और Vitamin C जैसे कुछ पोषक तत्व इस दौरान नष्ट हो जाते हैं।
अधिकांश फलों को एस्कॉर्बिक एसिड (Vitamin C) या चीनी मिलकर संरक्षित किया जाता है। जिसके बाद इन फलों को फ्रिज में रखकर इनके न्यूट्रिशन (पोषक तत्व) को बनाए रखने में मदद मिलती है।

वैसे इस प्रकार फल और सब्जियों को फ्रिज में स्टोर (ठंडी जगह या कोल्ड स्टोरेज) तो किया जा सकता है, मगर एक लंबे समय के बाद इनके पोषक तत्व खत्म होने लगते हैं। एक रिसर्च के मुताबिक, गरम पानी (bleaching) के संपर्क में आने के बाद मटर में 30 प्रतिशत और पालक में 50 प्रतिशत घुलनशील एंटीऑक्सीडेंट कम हो जाते हैं। पोषक तत्वों का स्तर माइनस 4 डिग्री फारेनहाइट (शून्य से नीचे) 20 डिग्री सेल्सियस रखने पर भी प्रभावित नहीं होता।

स्टोर करने पर कम होते हैं पोषक तत्व?

रिसर्च में ये भी पता चला है कि अगर फल और सब्जियों को कोल्ड स्टोरेज (ठंडी जगह) में रखा जाए तो उनमें जल्द ही नमी और विटामिन सी कम होने लगती है। सॉफ्ट फ्रूट (जिनमें बीज नहीं होता, जैसे-स्ट्रॉबेरी) को तीन दिन कोल्ड स्टोरेज (ठंडी जगह) में रखने पर पोषक तत्व कम होने लगते हैं, लेकिन अच्छी बात ये है कि कोल्ड स्टोरेज में रखने से फलों के अंदर एंटीऑक्सीडेंट (जैसे- फेनोलिक्स और कैरोटीनॉयड) में वृद्धि होती है।

मीट को स्टोर करने से क्या होता है?

जब हम मछली के मीट या फिर अन्य समुद्री भोजन की बात करते हैं तो ज्यादातर मीट कोल्ड स्टोरेज में रखा हुआ ही मिलता है। बशर्ते जब तक आपने उसे खुद अपने हाथ से पकड़ कर ना काटकर रखा हो। ठीक इसी तरह बाकी का मीट भी होता है। पोषक तत्वों की बात करें तो फल और सब्जियों की तरह मीट को स्टोर करने से भी न्यूट्रिशन कम नहीं होते।

पोषक तत्वों में मिली समानता

इस अध्ययन में पता चला कि दोनों ही तरह की सब्जियों (फ्रिज में रखीं पैकेटबंद और ताजा या फ्रेश सब्जी) में पोषक तत्व बराबर बने रहते हैं और पैकेटबंद सब्जियों को फ्रिज में रखने पर भी पोषक तत्व नष्ट नहीं होते। हालांकि, एक स्तर पर आकर न्यूट्रिशन में थोड़ी सी कमी जरूर आ जाती है। इसके अलावा Vitamin A, कैरोटीनॉयड, Vitamin E, खनिज और फाइबर का स्तर ब्लैंचिंग से प्रभावित नहीं होता है और दोनों ताजा और फ्रिज में रखे पैकेटबंद सब्जियां समान स्तर पर रहती हैं।

वास्तव में इस अध्ययन से पता चलता है कि फ्रिज में रखने की प्रक्रिया के अंदर कुछ पैकेटबंद सब्जियों में फाइबर की मात्रा बढ़ी है। क्योंकि विश्वभर में कुछ सब्जियां और फल मौसमी होते हैं। लिहाजा कुछ फल और सब्जियों को स्टोर कर सीमित अवधि के लिए संरक्षित किया जा सकता है।

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