कानपुर मुठभेड़ में विकास दुबे का काम तमाम,डॉक्टरों ने विकास दुबे की मौत की पुष्टि

कानपुर मुठभेड़ में विकास दुबे का काम तमाम,डॉक्टरों ने विकास दुबे की मौत की पुष्टि

Newspoint24.com/newsdesk/दीपक वरूण 

कानपुर । उत्तर प्रदेश के कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या का मुख्य आरोपी विकास दुबे शुक्रवार सुबह भौंती क्षेत्र के पास पुलिस मुठभेड़ में मार गिराया गया। एसपी वेस्ट डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि कार पलटने के बाद विकास दुबे भागने लगा था। उसे पकड़ने के लिए यूपी एसटीएफ ने कॉम्बिंग की और आत्मसमर्पण के लिए कहा लेकिन उसने पुलिस पर फायरिंग कर दी। उन्होंने बताया कि जवाब में एसटीएफ ने भी गोली चलाई जिसमें विकास दुबे घायल हो गया। उसे हैलट अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने विकास दुबे को मृत घोषित कर दिया।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार पी ने पत्रकारों को बताया कि विकास को गुरूवार को उज्जैन के महाकाल क्षेत्र में गुरूवार को गिरफ्तार किया गया था। उसे ट्रांजिट रिमांड पर सुरक्षा बल कानपुर लेकर आ रहे थे कि भौंती क्षेत्र के पास वाहन पलट गया जिससे पुलिस और एसटीएफ के चार जवान घायल हो गये।

उन्होने बताया कि जवानो के घायल होते ही विकास ने एक जवान की पिस्टल लेकर भागने का प्रयास किया। पुलिस टीम ने उसे घेर कर आत्मसमर्पण करने के लिये कहा लेकिन वह नहीं माना और पुलिस टीम पर जान से मारने की नियत से फायर करने लगा। पुलिस द्वारा आत्मरक्षार्थ जबाबी फायरिंग की गयी जिसमें विकास घायल हो गया। उसे लाला लाजपत राय अस्पताल ले जाया गया जहां डाक्टरों ने इलाज के दौरान उसे मृत घोषित कर दिया।

सूत्रों ने बताया कि सुबह साढ़े छह बजे के करीब विकास को ले जा रहा वाहन संचेडी क्षेत्र के बाराजोड़ टोल प्लाजा से पास हुआ जिसके पीछे मीडियाकर्मियों के वाहन थे जिन्हे टोल प्लाजा के पास चेकिंग के नाम पर राेका गया। पत्रकारों की रोके जाने को लेकर एक पुलिस अधिकारी से करीब 20 मिनट तक तक बहस हुयी जिसके बाद सभी वाहनो को जाने दिया गया।
आगे जाकर कानपुर नगर की सीमा में दाखिल होने के कुछ ही मीटर की दूरी पर विकास का वाहन पलटा हुआ था हालांकि तब तक हिस्ट्रीशीटर को घायल अवस्था में पुलिस अस्पताल ले जा चुकी थी। पुलिस के मुताबिक वाहन पलटते ही विकास पुलिस जवानो की पिस्टल छीन कर खेतों की ओर भागा था। खेत पर गिरे खून के निशान पुलिस के दावे की पुष्टि कर रहे थे। विकास के सीने और कमर में गोलियाे के निशान देखे गये हैं।

गुरूवार को मध्यप्रदेश के उज्जैन में गिरफ्तार हुये विकास को पुलिस अभिरक्षा में सड़क मार्ग से कानपुर ला रहा था। उसे सुबह दस बजे अदालत में पेश करना था। संचेडी क्षेत्र तक सब कुछ ठीकठाक था लेकिन बर्रा और भौंती क्षेत्र की सीमा के नजदीक किसान नगर में पीएसआईटी इंस्टीट्यूट के पास पुलिस का वाहन पलट गया।
गौरतलब है कि कानपुर में चौबेपुर के बिकरू गांव में पिछली दो जुलाई की रात को विकास और उसके साथियों ने आठ पुलिसकर्मियों की गोली मार कर हत्या कर दी थी। इस सिलसिले में पुलिस अब तक विकास के पांच साथियों को ढेर कर चुकी है। विकास की कल उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर से नाटकीय ढंग से गिरफ्तारी की गयी थी। पुलिस दल उसे लेने चार्टर प्लेन से उज्जैन गया था लेकिन वापसी में उसे सड़क मार्ग से लाने का फैसला किया गया।


कानपुर। सूत्रों के मुताबिक, गैंगस्टर विकास दुबे ने कार के पलटने के बाद भागने की कोशिश की। गोलियां चलाई गईं और उसे अस्पताल ले जाया गया। अधिक जानकारी का इंतजार है।
विकास दुबे को मध्य प्रदेश से कानपुर लेकर आ रही उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (STF) की ​गाडियों में से एक कार पलट गई। पुलिस घटनास्थल पर मौजूद। कानपुर मुठभेड़ के मुख्य आरोपी विकास दुबे की मौत की पुष्टि पुलिस ने की। पुलिस के चार लोग घायल हुए हैं, उनका इलाज चल रहा है: मोहित अग्रवाल, IG कानपुर रेंज

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विकास दुबे को कल उज्जैन से गिरफ्तार किया गया था।

एसटीएफ अधिकारियों के साथ शुक्रवार सुबह कथित मुठभेड़ में गंभीर रूप से घायल होने के बाद गैंगस्टर विकास दुबे ने दम तोड़ दिया। कथित तौर एक सड़क दुर्घटना के दौरान जब उसका वाहन पलट गया तो उसने भागने की कोशिश की, इसी दौरान वह मारा गया।

दुबे को खून से लथपथ हालत में हैलट अस्पताल के आपातकालीन वार्ड में ले जाया गया।

एसएसपी कानपुर दिनेश कुमार ने कहा कि डॉक्टरों ने विकास दुबे की मौत की पुष्टि की है।

जैसे ही मीडियाकर्मी अस्पताल में एकत्र होने लगे, अस्पताल के गेट बंद कर दिए गए और एसटीएफ अधिकारियों ने घटनाक्रम पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।

रिपोर्ट्स के अनुसार, काफिला जैसे ही कानपुर के बर्रा पुलिस क्षेत्र में पहुंचा, वहां भारी बारिश के कारण सड़क पर वाहन स्किडिंग के बाद पलट गई। इसी वाहन में विकास बैठा था।

इस हादसे में विकास सहित वाहन में सवार दो अन्य पुलिसकर्मी भी घायल हो गए।

घटना के बाद पलटे वाहन से जैसे ही विकास को बाहर निकाला गया, उसने कथित रूप से एसटीएफ टीम से पिस्तौल छीन ली और पुलिस पर गोली चलाने की कोशिश की। जवाबी गोलीबारी में वह बुरी तरह घायल हो गया।

विकास को सीने पर एक गोली लगी, जिससे वह बेहोश हो गया।

इस मुठभेड़ में दो एसटीएफ पुलिस कर्मी भी घायल हो गए।

एसटीएफ के अधिकारियों ने हादसे को स्वीकार किया, लेकिन गैंगस्टर को लगी चोटों के बारे में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।

कोई भी अधिकारी विकास पर टिप्पणी करने को तैयार नहीं है।

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विकास दुबे को जब लाया जा रहा था तब गाड़ी पलट गई, इसमें जो पुलिसकर्मी घायल हुए उसने उनका पिस्टल छीनने की कोशिश की। पुलिस ने उसे चारों तरफ से घेर कर आत्मसमर्पण कराने की कोशिश की जिसमें उसने जवाबी फायरिंग की। आत्मरक्षा में पुलिस ने फायरिंग की एसपी कानपुर पश्चिम के मुताबिक इस मुठभेड़ में कानपूर एनकाउंटर का मुख्य आरोपी विकास दुबे मारा गया।

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