मोदी के राहत पैकेज में किसान के हिस्से कुछ नहीं : कांग्रेस

मोदी के राहत पैकेज में किसान के हिस्से कुछ नहीं : कांग्रेस

Newspoint 24.com / newsdesk / वार्ता /

नयी दिल्ली। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि काेरोना संकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में आर्थिक गतिविधियां शुरू करने के लिए 20 लाख करोड़ रुपए का जो पैकेज घोषित किया है। उसमें किसान के लिए कुछ नहीं है उनके लिए यह सिर्फ जुमला पैकेज ही साबित हो रहा है। कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने शुक्रवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मोदी ने दो दिन पहले जिस आर्थिक पैकेज को देश को कोरोना संकट के बीच घोषित किया उसमें दावा किया गया कि इससे किसान भी खड़ा हो सकेगा और खेती-बाड़ी का उसका संकट समाप्त हो जाएगा लेकिन यह घोषणा किसान के लिए सिर्फ ‘जुमला पैकेज’ ही साबित हुआ है।

उन्होंने कहा कि यह पैकेज ‘वादों के सब्जबाग’ के अलावा कुछ नहीं है इसमें किसान की कोई मदद नहीं हो रही है। यह पैकेज हकीकत से बहुत दूर है इसने देश के किसान को निराश किया है। लॉकडाउन के कारण बेहाल किसान को सरकार मरहम लगाने की जगह घाव दे रही है और उसको कर्ज के जंजाल में धकेल रही है। इस घोषणा से यह भी साफ हो गया है कि मोदी सरकार न किसान की पीड़ा समझती और न ही खेती की समस्या की उसे जानकारी है।

प्रवक्ता ने कहा कि इस सरकार को खेती बाडी की कोई समझ ही नहीं है। इसलिए खेती के नाम पर किसान को सब्जबाग दिखा रही है और हकीकत में उसके हिस्से कुछ नहीं आ रहा है। उन्होंने कहा कि 2016 के किसान सर्वेक्षण के अनुसार देश में 14.64 करोड़ किसान हैं जिनमें से सरकार ने अभी तक 8.22 करोड़ किसानों को ही किसान सम्मान निधि के लिए चिह्नित किया है। यानी 6.42 करोड़ किसान तो चिह्नित ही नहीं हो पाये। मोदी सरकार कहती है कि इन्हें 6,000 रुपए प्रतिवर्ष दिये जा रहे हैं। मगर सच्चाई यह है कि केंद्र सरकार ने खेती का लागत मूल्य पिछले पांच वर्षों में लगभग 15,000 रुपए प्रति हेक्टेयर बढ़ा दिया है।

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