क्या संक्रमित पुलिस कर्मियाें को कार्यस्थल पर आना चाहिए: उमर अब्दुल्ला

क्या संक्रमित पुलिस कर्मियाें को कार्यस्थल पर आना चाहिए: उमर अब्दुल्ला

Newspoint24.com / newsdesk / वार्ता /

श्रीनगर वार्ता। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमित कर्मचारियों को कार्यालय में कार्य करने की अनुमति देने के मामले में समाचार चैनल ‘जी न्यूज’ पर तंज कसते हुए सवाल किया कि क्या कश्मीर में संक्रमित पुलिस कर्मियाें को कार्यस्थल पर यह दिखाने के लिए आना चाहिए कि वह काम के प्रति कितने समर्पित हैं।
इस बीच जी नयूज ने स्पष्ट किया है कि शुक्रवार को चैनल का कार्यालय, नयूजरूम और स्टूडियो को सील कर दिया गया था और कोई भी संक्रमित व्यक्ति कार्यालय नहीं आया है। जी न्यूज की तरफ से यह स्पष्टीकरण तब आया जब टि्वटर पर लोगों ने यह कहना शुरू कर दिया कि जानबूझकर लोगों की जान जोखिम में डालने को लेकर चैनल के मुख्य संपादक के खिलाफ महामारी अधिनियम के तहत कार्रवाई करने की जरूरत है।


जी न्यूज के मुख्य संपादक सुधीर चौधरी ने ट्वीट किया था, “जी न्यूज की टीम अग्रिम पंक्ति में खड़े होकर काम कर रही है जबकि सोशल मीडिया पर अफवाहें फैलाई जा रही हैं। जो लोग संक्रमित पाये गये, उनके पास घर बैठने और मीम साझा करने के विकल्प थे लेकिन वे कार्य के लिए आये क्योंकि वे प्रतिबद्ध पेशेवर हैं। अगर आप उनका सम्मान नहीं कर सकते तो अपने द्वेषपूर्ण रूप को उजागर न करें।”
अपने चैनल के कर्मचारियों के कोरोना से संक्रमित होने को लेकर श्री चौधरी के इस ट्वीट के कारण टि्वटर पर तीखी बहस शुरू हो गई और सोशल मीडिया पर अधिकतर लोग उनकी आलोचना करने लगे।


नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने चौधरी के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुये कहा, “संक्रमित लोगों के लिए आइसोलेशन कब से वैकल्पिक हो गया ? कश्मीर में आज 50 से अधिक पुलिसकर्मी कोरोना वायरस संक्रमित पाये गये। उन्हें यह दिखाने के लिए कार्यस्थल पर आना चाहिए कि वे कितने समर्पित हैं। उम्मीद है वे घर में मीम साझा कर रहे होंगे जो कि जी न्यूज के इन संक्रमित लोगों को करना चाहिए था।
टि्वटर पर एक व्यक्ति ने कहा, “जानबूझकर लोगों की जान जोखिम में डालने को लेकर चैनल के मुख्य संपादक के खिलाफ महामारी अधिनियम के तहत कार्रवाई करने की जरूरत है।”


इस बीच चौधरी ने इस तरह के कई ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुये कहा, “ ‘जी न्यूज सील करो’ ट्वीट करने वालों के लिए ब्रेकिंग नयूज है। नोएडा के अधिकारियों ने शुक्रवार को ही हमारे कार्यालय, न्यूजरूम और स्टूडियो को सील कर लिया गया है। आधिकारिक बयान को ध्यान से पढ़ें और झूठ फैलाना बंद करें। दुनिया के पास झेलने के लिए पहले से ही बहुत कुछ है।”


उन्होंने कहा, “मेरे शब्दों को तोड़ने-मरोड़ने और जी न्यूज को निशाना बनाने के लिए एक दुर्भावनापूर्ण अभियान चलाया जा रहा है।”
जी न्यूज के मुख्य संपादक ने कहा, “पहली बात-कोई भी संक्रमित कर्मचारी कार्य के लिए कार्यालय नहीं आया। एक व्यक्ति सोमवार से ही कार्यालय नहीं आ रहा था और वह शुक्रवार को संक्रमित पाया गया। दूसरी बात-संक्रमित के संपर्क में आये लोगों की जांच कराई गई और उन्हें तुरंत क्वारंटाइन किया गया। जी न्यूज ने पहला मामला आने के बाद ही सभी तरह के कदम उठाये है जिनकी जांच की जा सकती है। मेरा ट्वीट उन सभी मीडिया कर्मियों के लिए था, जिनके पास घर में बैठने के विकल्प थे लेकिन वे जोखिम के बावजूद काम करने गये। चीजों की जानबूझकर गलत व्याख्या करना दुभार्ग्यपूर्ण है।”

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