जानिए, सेक्स से जुड़े सच गलतफहमियां पुरूष और महिलाओं

जानिए, सेक्स से जुड़े सच गलतफहमियां पुरूष और महिलाओं


Newspoint24.com/newsdesk/

सेक्स व्यक्ति के जीवन का एक ऐसा पहलू है जिससे उसे मानसिक तनाव से रहता मिलती है। इतना ही नहीं कई लोग तो सेक्स के पीछे इतने पागल रहते है कि उन्हें कभी भी मौका मिलना चाहिए। जिस प्रकार कई लोग कई नई चीज पाकर खुश होते है। उसी प्रकार उतनी ही ख़ुशी उन्हें सेक्स के ज़रिए मिलने वाले चरम सुख से मिलती है। इसलिए सेक्स को इंसान के लिए सबसे आनंददायक चीज़ों में से एक माना जाता है।

हालांकि कई लोग केवल इसे केवल अपने को शांति के लिए करते है। लेकिन बता दें कि सेक्स केवल शांति नहीं देते, बल्कि यह एक रूहानी संबंध होता है। इसी कारण कई विशेषज्ञ बताते है कि एक बेहतर और सुखद जीवन के लिए अच्छी सेक्स लाइफ का होना बेहद ज़रूरी है। इसके अलावा कई विशेषज्ञों का मानना है कि व्यक्ति सेक्स के बारे में धीरे धीरे सीखता है, यानी दो लोगों के बीच एक रात की शारीरिक क्रिया ही सेक्स नहीं है। बल्कि सेक्स इससे कहीं ज्यादा है, जिसे आदमी वक्त के साथ सीखता जाता है। सेक्स का मतलब यह नहीं कि पार्टनर के साथ संभोग बनाओ और बच्चे पैदा करो।

बता दें कि सेक्स को लेकर कई लोगों की कई प्रकार की ​सोच है। लेकिन सेक्स की शिक्षा होना बहुत जरूरी है। लोग के दिमाग में सेक्स को लेकर कई प्रकार के प्रश्न उठते है। उन प्रश्नों का सहीं जवाब नहीं मिलने पर उन में कई प्रकार की गलतफहमियां पैदा हो जाती है। ये गलतफहमियां पुरूष और महिलाओं दोनों में ही घर करने लगती है। आइए जानते है सेक्स को लेकर महिलाएं में क्या होते है मिथ…

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महिलाओं को सेक्स में गैप लेना है जरूरी :

कई लोग इस मिथ पर भी विश्वास करते हैं कि जो महिलाएं बहुत ज्यादा सेक्स करती हैं उनकी वैजाइना लचीली हो जाती है, जिससे पुरूष सेक्स को अच्छे से एन्जॉय नहीं कर पाते।

गर्भनिरोधक गोलियों को तुरंत न लेना :

अगर पिल का पूरा फायदा चाहती हैं, तो इसे सेक्स के तुरंत बाद लेना चाहिए। दरअसल, पहले 24 घंटों में इसका असर 95 प्रतिशत तक होता है, जबकि 72 घंटों में वह 60 प्रतिशत तक ही सफल देखी गई है।

ज्यादा सेक्स करने से प्लेजर नहीं दे पाती महिलाएं:

इसके अलावा इस मिथ का भी खूब चलन है। आमतौर पर पुरूष मानते हैं कि जो महिला बहुत बार सेक्स कर चुकी होती है, वे पुरूष को ठीक से संतुष्ट नहीं कर पाती। इसके अलावा दो कंडोम का इस्तेमाल करना ज्यादा सुरक्षित लेकिन ये मिथ सहीं नहीं है। दरअसल, एक साथ दो कंडोम इस्तेमाल करने से एक-दूसरे में रगड़ खाकर उनके फटने की संभावनाएं ज्यादा रहती है।

वहीं कई महिलाओं की सोच है कि महामारी के दौरान सेक्स करने से प्रेग्नेंट नही होती। लेकिन ये असत्य है। यह सच है कि इस दौरान गर्भधारण की संभावनाएं कम होती हैं, लेकिन यह असंभव नहीं है। शुक्राणु काफी दिनों तक आपके शरीर में रह सकता है, खासतौर से तब जब आपका मासिक चक्र छोटा हो। इसके अलावा कई महिलाओं का मानना है कि गर्भनिरोधक गोलियां लेने से मोटापा बढ़ता है। वहीं कभी कभार वजन भी कम हो जाता है। लेकिन ये नहीं इसमें ज्यादा असर लाइफस्टाइल का रहता है। ऐसे में आप इन दवाइयों के लेने और इसे बदलने के लिए डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

सेक्स से जुड़े कुछ सच

सप्ताह में दो या तीन बार सेक्स करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ जाती है। शादी से पहले सेक्स का वैवाहिक जीवन पर कोई असर नहीं पड़ता। लोगो का यह मानना कि शादी से पहले सेक्स करने से वैवाहिक जीवन की खुशी छिनने का खतरा रहता है, एकदम गलत है। इसके अलावा कई लोगों का मानना है कि प्रेगनेंसी के दौरान सेक्स की इच्छा मर जाती है। लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं की सेक्स इच्छा या तो बढ़ जाती है या पहले जैसी ही होती है। साथ ही सेक्स केवल शरीर का ही मिलन नहीं, बल्कि ये दो आत्माओं का मिलन है। तभी आप सेक्स के महत्व को समझ सकते हैं। शारीरिक संबंध मानसिक सुख भी प्रदान करता है। इसके लिए मानसिक रूप से भी जुड़ाव होना जरूरी है।

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