राहत: उप्र में एक साथ सभी जनपदों में चरम पर नहीं पहुंचा कोरोना संक्रमण

राहत: उप्र में एक साथ सभी जनपदों में चरम पर नहीं पहुंचा कोरोना संक्रमण


राहत: उप्र में एक साथ सभी जनपदों में चरम पर नहीं पहुंचा कोरोना संक्रमण

75 जिलों में अलग-अलग समय पर उच्चतम स्तर रहने के कारण नियंत्रण में रहे हालात
35 दिनों से राज्य में सक्रिय मामलों में गिरावट जारी, अगस्त के शुरुआती दिनों के बराबर वर्तमान में स्थिति

लखनऊ । उत्तर प्रदेश में कोरोना मामलों के उच्चतम स्तर पर पर पहुंचने के बाद गिरावट कमी का सिलसिला जहां जा रही है। वहीं राहत की बात रही कि 75 जनपदों और सबसे बड़ा आबादी वाला बड़ा राज्य होने के बावजूद यहां सभी जनपदों में एक साथ ‘पीक’ की स्थिति उत्पन्न नहीं हुई। राज्य के अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद के मुताबिक सभी जिलों में अलग-अलग समय में कोरोना के मामले अपने उच्चतम स्तर पर पहुंचे। अगर पूरे राज्य में एक साथ यह स्थिति आती तो बड़ी संख्या में एक दिन में सक्रिय मामलों की संख्या काफी बढ़ जाती। लेकिन, ऐसा नहीं हुआ।

उन्होंने कहा कि यह सब राज्य सरकार की रणनीति, बचाव के तरीके और उसका जमीनी स्तर पर अनुपालन होने के कारण संभव हुआ। इसके साथ ही अब अलग-अलग जनपदों में कोरोना के उच्चतम स्तर की स्थिति समाप्त हो गई है और पूरे प्रदेश में सक्रिय मामलों की संख्या में गिरावट देखी जा रही है।

उन्होंने बताया कि राज्य में 04 से 09 अगस्त के बीच में 09 जनपदों में कोरोना उच्चतम स्तर पर था। वहीं 13 से 18 अगस्त के बीच में अन्य 09 जनपदों में यह स्थिति रही। इसके अलावा 21 से 27 अगस्त के बीच में 03 जनपदों, 02 से 07 सितम्बर के बीच में 10 जनपदों, 08 से 15 सितम्बर के बीच में 14 जनपदों, 16 से 24 सितम्बर के बीच में 16 जनपदों और 20 सितम्बर से 07 अक्टूबर के बीच में 04 जनपदों में कोरोना संक्रमण उच्चतम स्तर पर पाया गया।

राज्य में 17 सितम्बर को कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या उच्चतम स्तर पर थी, तब 68,235 एक्टिव केस थे। वहीं वर्तमान में इससे 39,104 सक्रिय मामले कम हैं। ये स्थिति राज्य में अगस्त के शुरुआती दिनों के बराबर है।

इस तरह अब सभी जनपदों में उच्चतम स्तर पर आने के बाद कोरोना का ग्राफ तेजी से नीचे गिर रहा है। अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य ने कहा कि यह अच्छा लक्षण है कि एक समय में जहां पूरे राज्य में कोरोना पीक की स्थिति नहीं बनी वहीं अब पूरे प्रदेश में इनमें गिरावट देखने को मिल रही है। पिछले 35 दिनों से सक्रिय मामलों की संख्या में लगातार कमी दर्ज की जा रही है।

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