राहुल ने चीनी पक्ष से अजीत डोभाल की बातचीत पर उठाए सवाल
Newspoint24.com/newsdesk/
नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को एक बार फिर केंद्र सरकार को लद्दाख में चीन सैनिकों की हरकतों को लेकर घेरा है। इस बार उन्होंने चीनी पक्ष से राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल की बातचीत को लेकर सवाल उठाए हैं। उन्होंने पूछा है कि दोनों देशों के बीच बातचीत में भारत की ओर से यथास्थिति को कायम रखने पर जोर क्यों नहीं दिया गया?
राहुल गांधी ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा कि जब दोनों के बीच बातचीत हुई तो यथास्थिति को कायम करने को लेकर भारत ने जोर क्यों नहीं दिया। इस दौरान राहुल ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और चीनी स्टेट काउंसिलर वांग यी की बातचीत को लेकर दोनों पक्षों की ओर से जारी किए गए बयान को भी शेयर किया है। उन्होंने लिखा कि ‘राष्ट्रहित सर्वोपरि’ है और भारत सरकार का कर्तव्य है कि वो इसकी रक्षा करे।
अपने इस ट्वीट में राहुल ने तीन सवाल भी किए कि यथास्थिति को लेकर दबाव क्यों नहीं डाला गया है? चीन हमारे भूभाग में 20 निहत्थे जवानों की हत्या को सही कैसे ठहरा पा रहा है? और गलवान घाटी में हमारी क्षेत्रीय संप्रुभता का जिक्र क्यों नहीं है? उन्होंने कहा कि सरकार को इन सवालों के जवाब जनता के समक्ष रखने होंगे।
उल्लेखनीय है कि बीते दिन सोमवार को विदेश मंत्रालय की ओर से जानकारी दी गई थी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल की चीनी स्टेट काउंसिलर वांग यी से इलाके में शांति कायम करने को लेकर बातचीत हुई थी। इस बीच खबर आई कि चीन ने अपने सैनिकों को गलवान नदी घाटी में कम से कम एक किलोमीटर पीछे किया है। चीनी सेना के 15 जून को एलएसी पर झड़प वाली जगह से पेट्रोल पॉइंट 14 से 1.5 से 2 किलोमीटर पीछे हटने की भी खबर है। वहीं भारतीय जवान भी पीछे आ गए हैं और दोनों पक्षों के सैनिकों के बीच एक बफर ज़ोन बना दिया गया है।
National interest is paramount. GOI’s duty is to protect it.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 7, 2020
Then,
1. Why has Status Quo Ante not been insisted on?
2. Why is China allowed to justify the murder of 20 unarmed jawans in our territory?
3. Why is there no mention of the territorial sovereignty of Galwan valley? pic.twitter.com/tlxhl6IG5B