अंपायर के शार्ट रन के फैसले के खिलाफ पंजाब ने की अपील

अंपायर के शार्ट रन के फैसले के खिलाफ पंजाब ने की अपील

Newspoint24.com/newsdesk/


दुबई। किंग्स इलेवन पंजाब ने दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ मैच के दौरान अंपायर नितिन मेनन के शार्ट रन के गलत फैसले के खिलाफ अपील दायर की है। पंजाब को स्कोर टाई रहने के बाद सुपर ओवर में हार का सामना करना पड़ा था।
पंजाब के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सतीश मेनन ने कहा कि इस फैसले से टीम को प्लेऑफ में नहीं पहुंच पाने का खामियाजा भी भुगतना पड़ सकता है और आईपीएल जैसे विश्व स्तरीय टूर्नामेंट में इस तरह की गलती की कोई जगह नहीं होनी चाहिए। इसके अलावा टीम की मालकिन प्रीति जिंटा ने भी इस फैसले पर आपत्ति जताते हुए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) से नियमों में बदलाव की मांग की है।


दिल्ली और पंजाब के बीच मुकाबले के दौरान पंजाब की पारी में 19वें ओवर की तीसरी गेंद पर मयंक अग्रवाल ने दो रन लिए लेकिन स्क्वेयर लेग पर खड़े अंपायर नितिन ने क्रिस जॉर्डन के पहले रन को शॉर्ट रन करार दिया और दो की जगह पंजाब के खाते में एक रन जुड़ा। लेकिन रिप्ले में दिखाया गया कि जॉर्डन का बल्ला क्रीज के अंदर तक गया था और उन्होंने पूरा रन लिया था।
पंजाब और दिल्ली के बीच यह मुकाबला टाई रहा था और मैच का फैसला सुपर ओवर में हुआ जहां पंजाब को हार का सामना करना पड़ा था। दोनों टीमों का एक बराबर 157 रन का स्कोर रहा था। यदि यह शार्ट रन न दिया गया होता तो पंजाब निर्धारित ओवरों में ही मैच जीत सकता था।


अंपायर के इस फैसले पर भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग सहित कई लोगों ने हैरानी जतायी थी और सोशल मीडिया पर भी क्रिकेट प्रशंसकों ने गलत फैसला देने पर नितिन की आलोचना की। सहवाग ने तल्ख अंदाज में ट्वीट कर कहा, “मैं मैन ऑफ मैच की पसंद से खुश नहीं हूं। अंपायर जिसने शार्ट रन दिया था उन्हें मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार दिया जाना चाहिए था। शार्ट रन नहीं था और यही अंतर है।”
यह मामला अब मैच रेफरी जवागल श्रीनाथ के पास गया है और इस पर फिलहाल कोई फैसला नहीं लिया गया है। उल्लेखनीय है कि आईपीएल में फ्रंट फुट नौ बॉल चेक करने के लिए विशेष अंपायर रखा गया है और अगर यह विकल्प इस मामले में भी होता तो शायद मैच सुपर ओवर तक नहीं जाता।

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