महाराष्ट्र में संक्रामक रोगों के उपचार के लिए स्थापित किए जाएंगे स्थायी अस्पताल: मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे

महाराष्ट्र में संक्रामक रोगों के उपचार के लिए स्थापित किए जाएंगे स्थायी अस्पताल: मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे

महाराष्ट्र में संक्रामक रोगों के उपचार के लिए स्थापित किए जाएंगे स्थायी अस्पताल: मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे
मुंबई । महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सोमवार को ठाणे जिले के मीरा-भाईंदर में कोरोना बाधित मरीजों के उपचार के लिए स्थापित किए गए दो स्वतंत्र कोविड स्वास्थ्य केंद्रों का ई- लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने बताया कि भविष्य में महामारी से निपटने के लिए पूरे राज्य में संक्रामक रोगों के उपचार के लिए स्थायी अस्पताल स्थापित किए जाएंगे।

महाराष्ट्र गृहनिर्माण व क्षेत्र विकास प्राधिकरण (म्हाडा) व मीरा-भाईंदर महानगरपालिका ने साझे में भाईंदर में कोरोना बाधित मरीजों के उपचार के लिए दो स्वतंत्र समर्पित कोविड स्वास्थ्य केंद्र बनाएं हैं। भाईदर पूर्व के गोपाल पाटिल रोड स्थित स्वर्गीय प्रमोद महाजन हॉल में समर्पित कोविड स्वास्थ्य केंद्र स्थापित किया गया है। 7,980 वर्ग फीट के क्षेत्र में निर्मित इस स्वास्थ्य केंद्र में कोरोना रोगियों के उपचार के लिए कुल 206 बेड हैं। इसीतरह भाईंदर पूर्व के स्वर्गीय मीनाताई ठाकरे मंडई में बनाए गए दूसरे कोविड स्वास्थ्य केंद्र में कुल 165 बेड उपलब्ध कराए गए हैं। दोनों केंद्रों के सभी बेड ऑक्सीजन सुविधाओं से सुसज्जित हैं। दोनों केंद्रों में छह किलोलीटर की भंडारण क्षमता वाला एक-एक ऑक्सीजन टैंक स्थापित किया गया है।दोनों स्वास्थ्य केंद्रों में, चिकित्सा विशेषज्ञ और कर्मचारी मरीजों के इलाज के लिए 24 घंटे कार्यरत रहेंगें। इसीतरह विभिन्न परीक्षणों के लिए एक पैथोलॉजी लैब भी स्थापित की गई है। केंद्र में मरीजों के लिए खानपान की सुविधा होगी। साथ ही मरीजों के लिए स्वतंत्र शौचालय व स्नानगृह उपलब्ध कराए गए हैं। इसके अलावा बारिश में किसी प्रकार की असुविधा ना हो, इसका भी विषय ख्याल रखा गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास कार्यों के अलावा, स्वास्थ्य की मूलभूत संरचना और सुविधाओं को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी। भविष्य में महामारी पर काबू पाने के लिए राज्यभर में संक्रामक रोगों के इलाज के लिए स्थायी अस्पताल स्थापित करने की आवश्यकता है और राज्य सरकार इसके लिए प्रयास कर रही है। प्रदेश में कोविड से जारी संघर्ष में मनपाओं को निधि कम नहीं पड़ने दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए प्रणाली में समन्वय बहुत महत्वपूर्ण है। कवरन्टाइन सुविधाओं का ठोस प्रबंधन करने के साथ ही, बड़े पैमाने पर ट्रेसिंग, ट्रैकिंग और परीक्षण भी किया जाना चाहिए। सभी एजेंसियों को मृत्यु दर कम करने के लिए अधिक प्रयास करना चाहिए। कोरोना रोगियों के उपचार के दौरान बहुत सावधानी बरतने की आवश्यकता होती है। उचित ओषधि उपचार के साथ रोगी की देखभाल और रोगी की सेवा बहुत महत्वपूर्ण है। इसमें लापरवाही और उपेक्षा नहीं होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि स्थानीय प्रशासन इस मुद्दे पर भी ध्यान दे, तो मृत्यु दर को कम करना संभव हो सकेगा। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि मनपा को निधि कम नहीं पड़ने दी जाएगी। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए स्थानीय प्रशासन जिम्मेदारी ले, प्रभावी उपाय योजना बनाने के लिए सरकार द्वारा आवश्यक मदद प्रदान की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए प्रणाली में समन्वय बहुत महत्वपूर्ण है। कवरन्टाइन सुविधाओं का ठोस प्रबंधन करने के साथ ही, बड़े पैमाने पर ट्रेसिंग, ट्रैकिंग और परीक्षण भी किया जाना चाहिए। सभी एजेंसियों को मृत्यु दर कम करने के लिए अधिक प्रयास करना चाहिए। कोरोना रोगियों के उपचार के दौरान बहुत सावधानी बरतने की आवश्यकता होती है।

इस अवसर पर ठाणे के जिला पालक मंत्री और नगर विकास मंत्री एकनाथ शिंदे, गृहनिर्माण मंत्री जितेंद्र आव्हाड, मीरा भाईंदर महानगरपालिका की ज्योत्सना हसनाले, सांसद राजन विचारे, विधायक प्रताप सरनाईक, विधायक गीता जैन, विधायक रविंद्र चव्हाण, विधायक रविन्द्र फाटक और आयुक्त विजय राठौड़ के साथ मनपा के पदाधिकारी, नगरसेवक, अधिकारी उपस्थित थे।

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