विकास की गिरफ्तारी से 1 दिन पहले महाकाल थाना प्रभारी का तबादला संयोग या षड्यंत्र ? : कांग्रेस नेता

विकास की गिरफ्तारी से 1 दिन पहले महाकाल थाना प्रभारी का तबादला संयोग या षड्यंत्र ? : कांग्रेस नेता

विकास की गिरफ्तारी से 1 दिन पहले महाकाल थाना प्रभारी का तबादला संयोग या षड्यंत्र? : कांग्रेस नेता

भोपाल/उज्जैन | कांग्रेस की मध्य प्रदेश इकाई के वरिष्ठ नेता और ग्वालियर-चंबल संभाग के मीडिया प्रभारी के. के. मिश्रा ने उत्तर प्रदेश के हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे की गिरफ्तारी से पहले महाकाल थाने के प्रभारी के तबादले पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा है कि यह संयोग है या षड्यंत्र। कानपुर के बिकरू गांव में आठ पुलिस जवानों की हत्या का आरोपी उज्जैन के महाकाल मंदिर परिसर से गरुवार सुबह गिरफ्तार किया गया है। उसे पकड़ने में निजी सुरक्षा एजेंसी के कर्मचारी की अहम भूमिका है।

मिश्रा ने ट्वीट कर कहा, “यह संयोग है या षड्यंत्र? विकास दुबे के राजनैतिक सरेंडर के पूर्व कल ही महाकाल थाने के प्रभारी वास्केल का तबादला कर अरविंद तोमर को लाया गया। विकास कानपुर से सटे 56 क्षेत्रों का भाजपा प्रभारी रहा है! यूपी पुलिस विकास का एनकाउंटर चाह रही थी, भाजपा बचाना? फरारी में क्लीन सेव जैसे दूल्हा, वाह?”

मध्य प्रदेश कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया, “मप्र के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा यूपी चुनाव में कानपुर के प्रभारी थे। आगे आप खुद समझदार हैं।”

उन्होंने आगे कहा, “शिवराज जी, आप कह रहे हैं महाकाल में आने से किसी के पाप नहीं धूल जाएंगे। प्रश्न यह है कि महाकाल (उज्जैन) तक वह प्रदेश की किस सीमा से घुसा? मंदिर प्रवेश ऑनलाइन है, आधार कार्ड किसका है, क्या इतने कुख्यात आरोपी को एक निहत्था सुरक्षाकर्मी पकड़ सकता है? आप ट्वीट नहीं, कुहासा स्पष्ट कीजिए!”

ज्ञात हो कि बुधवार को पुलिस अधीक्षक मनोज सिंह ने 10 पुलिसकर्मियों के तबादले के आदेश जारी किए थे, जिसमें महाकाल थाने के प्रभारी प्रकाश वास्कले का तबादला कर उनके स्थान पर अरविंद सिंह तोमर को पदस्थ किया गया था।

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