चिंता की जरुरत नहीं, सरकार स्थिर है-गहलोत

चिंता की जरुरत नहीं, सरकार स्थिर है-गहलोत


जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर राज्य सरकार को अस्थिर करने का षडयंत्र करने का फिर आरोप लगाते हुए कहा है कि केन्द्र सरकार के सहयोग एवं धन बल के सहारे षडयंत्र चल रहा है लेकिन चिंता की जरुरत नहीं हैं और उनकी सरकार पूरे पांच साल मजबूती से चलेगी।

श्री गहलोत आज नवनियुक्त प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के पद भार ग्रहण समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार को अस्थिर करने का षडयंत्र चल रहा है। इसमें केन्द्र सरकार सहयोग कर रही है, भाजपा षडयंत्र कर रही और धनबल के सहारे यह सब किया जा रहा है, लेकिन चिंता की जरुरत नहीं है, सरकार स्थिर है।

उन्होंने कहा कि विधानसभा बुलाने की मांग तो विपक्ष करता है लेकिन राजस्थान में तो यह मांग सरकार कर रही है।

उन्होंने कहा कि हमारे में आगे का मुकाबला करने का दमखम है, हम लोग कोई कसर नहीं छोडेंगे और पूरे पांच साल मजबूती से सरकार चलेगी। उन्होंने वैश्विक महामारी कोरोना में लोगों का जीवन बचाने की प्राथमिकता बताते हुए कहा कि इसके चलते जहां एक तरफ जीवन का संकट है वहीं भाजपा सरकार गिराने मे लगी है। कोरोना महामारी आने वाले समय में और बढ़ सकती है, जीवन को बचाने का सवाल होता है उसे हम निभा रहे है लेकिन भाजपा सरकार गिराने की साजिश कर रही है। उन्होंने कहा कि इतिहास गवाह है, चाहे 21 दिन हो या 31, जीत हमारी ही होगी।

उन्होंने कहा कि राजभवन से छह पेज के पत्र लिख रहे है, सीबीआई, इनकम टैक्स एवं ईडी का दुरुपयोग हो रहा है, छापे के लिए चुन चुन कर नाम दिये गए और छापे डाले गये। कोरोना को लेकर पांच बार वीडियों कांफ्रेंस में प्रधानमंत्री के साथ बैठा हूं और उन्होंने कोरोनो को लेकर राजस्थान की तारीफ की है। उन्होंने कहा कि यह समझ के परे हैं कि हमारी सरकार को जनता का बहुमत मिला है, श्री मोदी ने तारीफ की है, फिर भी सरकार गिराने का प्रयास किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि राज्यसभा चुनाव में यह खेल शुरु हो चुका था, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने देश में राजभवन पर प्रर्दशन करने के लिए संदेश दिया था और लोगों ने धरने दिये और इसमें साढ़े नौ करोड़ लोगों ने साथ दिया।

उन्होंने कहा कि अब माहौल बदला है, देश प्रदेश की जनता देख रही है विधानसभा बुलाने से क्यों मना किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्यपाल किसके इशारे पर कर रहे हैं वह सब जानते है। इन हालातों में यहां बैठे हैं, नहीं तो यह कार्यक्रम आज मैदान में होता।

श्री गहलोत ने कहा कि हम जीतेंगे और जिन्होंने धोखा दिया हैं वे कांग्रेस आलाकमान से माफी मांगे। उन्होंने कहा कि उन्हें होटल में जाने का शोक नहीं हैं लेकिन हालातों के कारण मजबूरी में जाना पड़ा है। उन्होंने कहा कि तीन दिन का कांग्रेस का अधिवेशन जरूर बुलाया जाना चाहिए। अधिवेशन में सरकार की आलोचना होती है, मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की आलोचना होती है, उससे कमियों को सुधारने का अवसर मिलता है।

इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा कि देश में जिस तरह कई राज्यों में सरकारें हटाई गई उसी तरह का प्रयास राजस्थान में भी किया जा रहा है लेकिन यहां जनता एवं अशोक गहलोत के नेतृत्व ने संघर्ष को और मजबूत बना दिया है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र को बचाने के लिए कोई डर एवं लालच नहीं हैं और सभी हिम्मत के साथ एकजुट खड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में कांग्रेस सरकार बहुमत के साथ हैं और कोई ताकत नहीं है जो उसे कमजोर कर सके।

उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा एवं उनकी पूरी ताकत लेकतंत्र की धज्जियां उड़ा रही है। पूरे देश की नजर राजस्थान पर टिकी हुई है। उन्होंने कहा कि इस समय जो विधायक लोकतंत्र को बचाने के लिए एक साथ खड़े हुए हैं, आने वाले समय में उनकी याद लोकतंत्र के प्रहरी के रुप में की जायेगी।

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