महाराष्ट्र-गुजरात के तट से कुछ ही घंटों में टकरायेगा ‘ निसर्ग ’

महाराष्ट्र-गुजरात के तट से कुछ ही घंटों में टकरायेगा ‘ निसर्ग ’

Newspoint24.com/newsdesk /

नयी दिल्ली/मुंबई । भीषण चक्रवाती तूफान ‘निसर्ग’ के बुधवार अपराह्न महाराष्ट्र और गुजरात के तट से टकराने का अनुमान है, जिसका सामना करने के लिए दोनों राज्यों में पूरी तैयारी कर ली गयी है।

मौसम विभाग ने मुंबई, ठाणे और पालघर के लिए रेड अलर्ट जारी किया है जिसके बाद अधिकारियों ने मुंबई में समुद्र के पास से सैकड़ों लोगों और इसके आसपास के तटीय जिलों से हजारों निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना शुरू कर दिया है।

महाराष्ट्र-गुजरात के तट से कुछ ही घंटों में टकरायेगा ‘ निसर्ग ’

उधर, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने आज से लॉकडाउन में ढील देने की योजना ‘मिशन बिगिन अगेन ’ को दो दिन के लिए स्थगित कर दिया है और शहर तथा तटीय जिलों के नागरिकों को बुधवार और गुरुवार को अपने-अपने घरों में ही रहने के लिए कहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) ने मंगलवार को महाराष्ट्र और गुजरात में आपदा से निपटने की तैयारियों का जायजा लिया और तटीय राज्यों को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।

मौसम विभाग ने भारी बारिश, 100-110 किलो मीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने और लगभग 1-2 मीटर ऊंची लहरें उठने की चेतावनी जारी की है।

महाराष्ट्र-गुजरात के तट से कुछ ही घंटों में टकरायेगा ‘ निसर्ग ’
   मुंबई के आसपास और आसपास के इलाकों में मंगलवार को तेज हवाओं के साथ बारिश हुई। राज्य के पांच जिलों में कुल 65,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।

चक्रवाती तूफान का महाराष्ट्र के तटीय जिलों रायगढ़, मुंबई, ठाणे एवं पालघर के साथ-साथ गुजरात के वलसाड, नवसारी, सूरत, भावनगर तथा भरूच जिलों और केंद्र शासित प्रदेश दादरा और नगर हवेली तथा दमन और दीव पर भी व्यापक असर पड़ने की आशंका है।

महाराष्ट्र-गुजरात के तट से कुछ ही घंटों में टकरायेगा ‘ निसर्ग ’

राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के एक बयान के अनुसार, सेना और नौसेना के राहत एवं बचाव दल जवानों के साथ-साथ नौसेना और वायु सेना के जहाजों और विमानों को किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार (स्टैंडबाय पर) रखा गया है। तटरक्षक बल के जहाज पहले से ही समुद्र में मछुआरों को बचाने में लगे हुए हैं।

इससे पहले मुंबई में 1882 में ‘बॉम्बे चक्रवात’ में करीब एक लाख लोग मारे गए थे।

गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल और ओडिशा में 20 मई को आये चक्रवाती तूफान ‘अम्फान’ ने भारी तबाही मचायी थी तथा इसके कारण लगभग 100 लोगों की जान चली गई थी। मुंबई के आसपास और आसपास के इलाकों में मंगलवार को तेज हवाओं के साथ बारिश हुई। राज्य के पांच जिलों में कुल 65,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
चक्रवाती तूफान का महाराष्ट्र के तटीय जिलों रायगढ़, मुंबई, ठाणे एवं पालघर के साथ-साथ गुजरात के वलसाड, नवसारी, सूरत, भावनगर तथा भरूच जिलों और केंद्र शासित प्रदेश दादरा और नगर हवेली तथा दमन और दीव पर भी व्यापक असर पड़ने की आशंका है।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के एक बयान के अनुसार, सेना और नौसेना के राहत एवं बचाव दल जवानों के साथ-साथ नौसेना और वायु सेना के जहाजों और विमानों को किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार (स्टैंडबाय पर) रखा गया है। तटरक्षक बल के जहाज पहले से ही समुद्र में मछुआरों को बचाने में लगे हुए हैं।
इससे पहले मुंबई में 1882 में ‘बॉम्बे चक्रवात’ में करीब एक लाख लोग मारे गए थे।
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल और ओडिशा में 20 मई को आये चक्रवाती तूफान ‘अम्फान’ ने भारी तबाही मचायी थी तथा इसके कारण लगभग 100 लोगों की जान चली गई थी।

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