तिरूवनंतपुरम सोना तस्करी मामले की जांच एनआईए करेगी,स्वप्ना सुरेश ने केरल उच्च न्यायालय में अग्रिम जमानत के लिए अर्जी लगाई
Newspoint24.com/newsdesk/
नयी दिल्ली। केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने तिरूवनंतपुरम हवाई अड्डा सोना तस्करी मामले की जांच देश की प्रमुख जांच एजेन्सी राष्ट्रीय जांच एजेन्सी को सौंपने की अनुमति दे दी है।
गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने आज यहां एक ट्वीट में यह जानकारी दी।
मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार यह यह निर्णय केरल के मुख्यमंत्री द्वारा प्रधानमंत्री को पत्र लिखे जाने के बाद लिया
गया है। इस पत्र में उन्होंने इस मामले की जांच केन्द्रीय जांच एजेन्सी से कराये जाने की मांग की थी।
प्रवक्ता ने टि्वट में कहा है कि इस मामले की जांच एनआईए को सौंपी जा रही है क्योंकि संगठित तस्करी ऑपरेशनों से
राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा हो सकता है।
तिरूवनंतपुरम हवाई अड्डे पर पिछले सप्ताह 30 किलोग्राम सोना पकड़ा गया था जिसे तस्करी के जरिये संयुक्त अरब
अमीरात ले जाया जा रहा था।
सोने की तस्करी के विवादास्पद मामले में ‘आरोपी’ स्वप्ना सुरेश ने केरल उच्च न्यायालय में अग्रिम जमानत के लिए अर्जी लगाई है। अदालत इस याचिका पर शुक्रवार को सुनवाई करेगी। अपनी याचिका में उन्होंने दावा किया है कि वह निर्दोष हैं और उन्होंने कोई गलत काम नहीं किया है। मीडिया उन पर निराधार आरोप लगा रही है।
याचिका में आगे कहा गया है कि उनके पास बैगेज को क्लीयर करने के लिए जरूरी क्रिडेंशियल्स हैं, क्योंकि यूएई वाणिज्य दूतावास के अधिकारियों ने उनसे ऐसा करने के लिए कहा था।
इस मामले ने केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन को हिला कर दिया है, क्योंकि स्वप्ना सुरेश राज्य में सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चा सरकार की करीबी मानी जाती हैं। उनकी योग्यता संदिग्ध होने के बाद भी वह ऊंचे वेतन वाली नौकरी कर रही थीं। इतना ही नहीं वह वरिष्ठ आईएएस अधिकारी एम. शिवशंकर की बेहद करीबी हैं जो कि विजयन के सचिव और राज्य के आईटी सचिव हैं।
विजयन ने नुकसान को नियंत्रण में लाने के लिए शिवशंकर को बाहर निकाल दिया लेकिन इससे स्थिति भड़क गई है और विजयन की छवि को झटका लगा है। कांग्रेस और भाजपा दोनों ने ही उन पर हमला बोल दिया है।