भारत और अमेरिका के रक्षा संबंधों में आयेगी नयी मजबूती: राजनाथ

भारत और अमेरिका के रक्षा संबंधों में आयेगी नयी मजबूती: राजनाथ

Newspoint24.com/newsdesk/

नयी दिल्ली । अमेरिका के रक्षा मंत्री डा़ मार्क एस्पर के साथ शिष्टमंडल स्तर की द्विपक्षीय वार्ता के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि बातचीत सफल रही और इससे दोनों देशों के रक्षा संबंधों में नयी मजबूती आयेगी।

श्री सिंह और डा एस्पर ने मंगलवार को यहां होने वाले महत्वपूर्ण टू प्लस टू संवाद से पहले आज यहां शिष्टमंडल स्तर की द्विपक्षीय वार्ता की।

बातचीत के बाद श्री सिंह ने टि्वट कर कहा ,“ भारत रक्षा मंत्री डा मार्क एस्पर की मेजबानी कर प्रसन्न है। आज की हमारी बातचीत फलदायी रही और इसका उद्देश्य विभिन्न क्षेत्रों में रक्षा सहयोग को और मजबूत बनाना है। आज की बातचीत से भारत-अमेरिका रक्षा संबंधों तथा परस्पर सहयोग को नयी मजबूती मिलेगी। ”

भारतीय शिष्टमंडल में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ,नौसेना प्रमुख एडमिरल कर्मबीर सिंह और वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आर के एस भदौरिया, रक्षा सचिव अजय कुमार , रक्षा उत्पादन सचिव राजकुमार , डीआरडीओ के अध्यक्ष डा जी सतीश रेड्डी और भारत में अमेरिकी राजदूत केनेथ जस्टर भी मौजूद थे।

बातचीत से पहले डा एस्पर को साउथ ब्लाक स्थित लॉन में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।

इससे पहले डा एस्पर और अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो तीसरे मंत्री स्तरीय टू प्लस टू संवाद में हिस्सा देने के लिए दोपहर को यहां पहुंचे।

रक्षा मंत्री सिंह और विदेश मंत्री डा एस जयशंकर इस संवाद में भारतीय पक्ष का प्रतिनिधित्व करेंगे। विदेश मंत्रालय ने आज यहां एक वक्तव्य जारी कर कहा , “ तीसरे संवाद के एजेन्डे में परस्पर महत्व के सभी द्विपक्षीय , क्षेत्रीय तथा वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की जायेगी। ”

दोनों देशों के बीच पहला टू प्लस टू मंत्री स्तरीय संवाद यहां सितम्बर 2018 में जबकि दूसरा वाशिंगटन में 2019 में हुआ था। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने पिछले सप्ताह कहा था कि टू प्लस टू संवाद के दौरान विभिन्न द्विपक्षीय मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की जायेगी। चर्चा के बाद दोनों शिष्टमंडल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भी मिलेंगे।

तीसरा टू प्लस टू मंत्री स्तरीय संवाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की गत फरवरी में भारत यात्रा के सात महीने बाद हो रहा है।

वार्ता के दौरान दोनों मंत्रियों ने दोनों देशों की सेनाओं के बीच सहयोग , सुरक्षित संचार प्रणाली , सूचना साझा करने , रक्षा व्यापार और औद्योगिक मुद्दों सहित विभिन्न क्षेत्रों में रक्षा सहयोग की समीक्षा की और इसे अधिक मजबूत बनाने के उपायों पर चर्चा की। दोनों मंत्रियों ने उनके सशस्त्र बलों के बीच निकट संपर्क पर संतोष व्यक्त किया और सहयोग के नये क्षेत्रों की संभावनाओं पर बात की। उन्होंने महामारी के इस दौर में संपर्क और बातचीत की मौजूदा प्रणाली सभी स्तर विशेष रूप से सैन्य सहयोग समूह के स्तर पर जारी रखने को कहा। लायजन अधिकारियों की तैनाती के विस्तार की जरूरत पर भी उन्होंने चर्चा की।
अमेरिकी विदेश मंत्री ने भारत, अमेरिका और जापान की नौसेनाओं के बीच होने वाले मालाबार अभ्यास में आस्ट्रेलिया को भी शामिल किये जाने का स्वागत किया।

भारतीय शिष्टमंडल में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ,नौसेना प्रमुख एडमिरल कर्मबीर सिंह और वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आर के एस भदौरिया, रक्षा सचिव अजय कुमार , रक्षा उत्पादन सचिव राजकुमार , डीआरडीओ के अध्यक्ष डा जी सतीश रेड्डी और भारत में अमेरिकी राजदूत केनेथ जस्टर भी मौजूद थे।

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