लाॅकडाउन के चलते करीब सात सौ ऊंटों की मौत

लाॅकडाउन के चलते करीब सात सौ ऊंटों की मौत

NEWSPOINT24.COM / newsdesk / वार्ता /

भीलवाडा । पीपल फॉर एनिमल्स के प्रदेश प्रभारी बाबूलाल जाजू ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर राज्य में लाॅकडाउन के चलते करीब सात सौ ऊंटों के इलाज एवं दवा के अभाव में मौत होने पर चिंता प्रकट की है।
श्री जाजू ने श्री गहलोत को लिखे पत्र में आरोप लगाया कि पशु चिकित्सालय के बंद होने एवं अस्पतालों तथा बाजार में दवा उपलब्ध न होने से सात सौ के लगभग राज्य पशु ऊंटों की मौत होना सरकार की घोर लापरवाही है। उन्होंने कहा कि 12 वर्ष पूर्व ऊँटो की संख्या 10 लाख थी जो सरकार की अनदेखी से पर्यटन का हिस्सा रेगिस्तानी जहाज ऊँटो की संख्या 2019 की गणना में मात्र दो लाख 12 हजार रह गई जो अत्यधिक चिंताजनक है।
उन्होंने बताया कि ऊँटो में इस बीमारी के लिए इवेरमेक्टिन नाम का टीका लगता है। यह टीका सरकारी अस्पतालों व दवा विक्रेताओं के पास भी नहीं है एवं पशु चिकित्सालयों में डॉक्टर की उपलब्धता नहीं है।
श्री जाजू ने बताया कि ऊंटों की घटती संख्या बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार ने 2016 में उष्ट्र विकास योजना बनाई थी, उक्त योजना के तहत ऊंट पालकों को दस हजार रूपये मिलता था जो भी वर्ष 2019 से बंद कर दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार की अनदेखी से ऊँटो की तस्करी खाड़ी के देशों में इसके मांस की मांग बढ़ने से पिछले अनेक वर्षों से हो रही है।
उन्होंने राज्य के पशुपालन मंत्री एवं मुख्यमंत्री से संकटग्रस्त ऊँट प्रजाति को बचाने तथा संख्या बढ़ाने के लिए ऊँट पालक रायका जाति को अपने ऊँटो के इलाज का प्रबंध कराने व ऊंटों की मौत ना हो इसकी पुख्ता व्यवस्था कराने की मांग की है।

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