जवानों तक संदेश पहुंचे कि संसद और देश उनके साथ खड़े हैं: मोदी

जवानों तक संदेश पहुंचे कि संसद और देश उनके साथ खड़े हैं: मोदी

Newspoint24.com/newsdesk/


नयी दिल्ली। चीन के साथ सीमा पर तनाव के मद्देनजर प्रतिकूल परिस्थितियों में सरहद पर तैनात जवानों की हौसलाअफजायी के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज संसद सदस्यों का आह्वान किया कि वे एक संकल्प के साथ सैनिकों को संदेश दें कि सांसद, संसद और देश उनके साथ खड़ा है।
संसद का मानसूत्र सत्र शुरू होने से पहले श्री मोदी ने यहां संसद भवन परिसर में कहा , “ एक विशिष्‍ट वातावरण में संसद का सत्र आज प्रारंभ हो रहा है। कोरोना भी है, कर्तव्‍य भी है और सभी सांसदों ने कर्तव्‍य का रास्‍ता चुना है। मैं सभी सांसदों को इस पहल के लिए बधाई देता हूं, अभिनंदन करता हूं और धन्‍यवाद भी करता हूं।”


चीन के साथ गतिरोध के चलते सीमा पर डटे जवानों की सराहना करते हुए श्री मोदी ने कहा कि उन्हें एकजुटता का संदेश देना समय की जरूरत है। संसद को जवानों को बताना चाहिए कि देश और संसद उनके साथ खड़ी है। उन्होंने कहा , “ इस सदन की विशेष जिम्‍मेदारी है और विशेष करके इस सत्र की विशेष जिम्‍मेदारी है, आज जब हमारी सेना के वीर जवान सीमा पर डटे हुए हैं, बड़ी हिम्‍मत के साथ, जज्‍बे के साथ, बुलंद हौसलों के साथ दुर्गम पहाड़ियों में डटे हुए हैं, और कुछ समय के बाद वर्षा भी शुरू होगी। जिस विश्‍वास के साथ वो खड़े हैं, मातृभूमि की रक्षा के लिए डटे हुए हैं, ये सदन भी, सदन के सभी सदस्‍य एक स्‍वर से, एक भाव से, एक भावना से, एक संकल्‍प से संदेश देंगे- सेना के जवानों के पीछे देश खड़ा है, संसद और सांसद सदस्‍यों के माध्‍यम से खड़ा है। पूरा सदन एक स्‍वर से देश के वीर जवानों के पीछे खड़ा है; ये बहुत ही मजबूत संदेश भी ये सदन देगा, सभी माननीय सदस्‍य देंगे। ऐसा मेरा पूरा विश्‍वास है।”


श्री मोदी ने कहा , “ कोरोना से बनी जो परिस्थिति है उसमें जिन सतर्कताओं के विषय में सूचित किया गया है, उन सतर्कताओं का पालन हम सबको करना ही करना है और यह भी साफ है जब तक दवाई नहीं तब तक कोई ढिलाई नहीं। हम चाहते हैं कि बहुत ही जल्‍द से जल्‍द दुनिया के किसी भी कोने से वैक्‍सीन उपलब्‍ध हो, हमारे वैज्ञानिक जल्‍द से जल्‍द सफल हों और दुनिया में हर किसी को इस संकट में से बाहर निकालने में हम कामयाब हों।” उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के कारण बजट सत्र समय से पहले ही रोकना पड़ा था। इस बार भी दिन में दो बार, एक बार राज्‍यसभा एक बार लोकसभा, समय भी बदलना पड़ा है। शनिवार और रविवार को कार्यवाही चलेगी। सभी सदस्‍यों ने इस बात को भी स्‍वीकार किया है, स्‍वागत किया है और कर्तव्‍य पथ पर आगे बढ़ने का फैसला किया है।
श्री मोदी ने कहा कि इस सत्र में कई महत्‍वपूर्ण निर्णय होंगे, अनेक विषयों पर चर्चा होगी और हम सबका अनुभव है कि लोकसभा में जितनी ज्‍यादा चर्चा होती है जितनी गहन चर्चा होती है, जितनी विविधताओं से भरी चर्चा होती है उतना सदन को भी, विषय-वस्‍तु को भी और देश को भी बहुत लाभ होता है।

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