लॉकडाउन 2 सप्ताह बढ़ने के आसार, शाह ने की मोदी से मुलाकात

लॉकडाउन 2 सप्ताह बढ़ने के आसार, शाह ने की मोदी से मुलाकात

Newspoint24.com / newsdesk / वार्ता /आईएएनएस /

नई दिल्ली| प्रवासी मजदूरों की आवाजाही के साथ देश के कई राज्यों में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामलों को देखते हुए लॉकडाउन का बढ़ना तय माना जा रहा है। कई राज्य लॉकडाउन को दो सप्ताह बढ़ाने के पक्ष में हैं। इसमें ज्यादातर भाजपा शासित राज्य हैं। गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत 15 दिनों के लिए लॉकडाउन बढ़ाना चाहते हैं। इन मसलों को लेकर शुक्रवार को गृहमंत्री अमित शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नई दिल्ली स्थित आवास, सात लोक कल्याण मार्ग जाकर उनसे मुलाकात की। इस दौरान गृहमंत्री अमित शाह ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से मिले सुझावों को प्रधानमंत्री मोदी के सामने रखा। सूत्रों का कहना है कि राज्यों की मांग पर कुछ अधिक छूट के साथ लॉकडाउन 5.0 लागू करने की तैयारी है।

शाह ने इसके एक दिन पहले गुरुवार को सुबह से लेकर शाम तक सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से टेलीफोन पर चर्चा की थी। उन्होंने भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों से अलग से भी बात की थी। बातचीत का मुख्य विषय था कि लॉकडाउन 4.0 कितना सफल रहा है और राज्य आगे के लिए क्या चाहते हैं।

सूत्रों का कहना है कि ज्यादातर मुख्यमंत्रियों ने अपने राज्यों में बढ़ते संक्रमण के मामलों को देखते हुए लॉकडाउन 5.0 के पक्ष में बात की। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि लॉकडाउन 4.0 की तुलना में अतिरिक्त छूट मिलनी चाहिए। मुख्यमंत्रियों ने लॉकडाउन 5.0 में कंटेनमेंट एरिया पर ज्यादा फोकस करने की बात करते हुए अन्य क्षेत्रों में गतिविधियों को सामान्य करने पर चर्चा की।

सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के सुझावों को नोट करने के बाद गृहमंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास पर जाकर उनसे भेंट की। गृहमंत्री ने हरेक राज्य के मुख्यमंत्री से मिले सुझावों के बारे में प्रधानमंत्री को जानकारी दी। सूत्रों का कहना है कि राज्यों से आए सुझावों के आधार पर गृह मंत्रालय लॉकडाउन 5.0 की रणनीति बनाने में जुट गया है। लॉकडाउन का चौथा चरण 31 मई की आधी रात को समाप्त हो रहा है।


सूत्रों के अनुसार शाह ने आज मोदी से मुलाकात के दौरान उन्हें राज्यों के मुख्यमंत्रियों की राय और सुझावों से अवगत कराया। दोनों ने 31 मई को समाप्त होने वाले पूर्णबंदी के चौथे चरण के बाद की स्थिति और इससे निपटने की योजनाओं के बारे में भी विस्तार से बात की। केन्द्र सरकार ने इससे पहले भी पूर्णबंदी को आगे बढाने का निर्णय लेने से पहले राज्यों के विचारों को समझ कर उनके आधार पर ही निर्णय लिया है। इस बार भी यह कवायद पूर्णबंदी को बढाने या न बढाने के बारे में राज्यों की राय जानने के लिए ही की गयी है।


मोदी खुद भी 31 मई को ही अपने मासिक रेड़ियो कार्यक्रम मन की बात में देश की जनता से मुखातिब होंगे। यह माना जा रहा है कि वह लोगों से मौजूदा स्थिति को देखते हुए एहतियात बरतने और कोरोना वायरस के साथ जीवन जीने की शैली अपनाने की बात कहेंगे।
कोरोना महामारी के कारण देश में गत 25 मार्च से पूर्णबंदी लागू है। इसे अब तक चार चरणों में लागू किया गया है और चौथा चरण 31 मई को समाप्त हो रहा है।
पूर्णबंदी के तीसरे और चौथे चरण में केन्द्र के दिशा निर्देशों के आधार पर अलग अलग राज्यों ने अपनी ओर से पाबंदियों में काफी ढील दी है। इसका मूल उद्देश्य आर्थिक गतिविधियों को चरणबद्ध तरीके से शुरू कर अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाना है।

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