सुपुर्द-ए-खाक हुए जगदीप, परिवार वालों ने नम आंखों से दी विदाई

सुपुर्द-ए-खाक हुए जगदीप, परिवार वालों ने नम आंखों से दी विदाई

Newspoint24.com/newsdesk/

दिग्गज अभिनेता जगदीप ने 81 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया। उन्होंने बुधवार की रात को अंतिम सांस ली। उनके बेटे जावेद जाफरी, नावेद जाफरी और परिवार के अन्य लोग उन्हें आखिरी विदाई देने के लिए कब्रिस्तान पहुंचे। आज उनको मजगांव मुंबई के कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया। उनके पोते और जावेद जाफरी के बेटे मीजान के गुजरात से मुम्बई में पहुंचने में देरी के चलते उन्हें सुपर्द-ए-खाक करने में देरी हुई। दोनों बेटों ने अपने पिता के जनाजे को कंधा दिया। जगदीप के अंतिम विदाई के मौके पर उन्हें अपना गुरु मानने वाले और उनके साथ अपने फिल्मी करियर की शुरुआत करने वाले कॉमेडियन जॉनी लीवर ने कब्रिस्तान पहुंचकर उन्हें अपनी श्रद्धांजलि दी। जॉनी लीवर जगदीप के बेटों नावेद और जावेद को संवेदनाएं व्यक्त करते नजर आए।
सुपुर्द-ए-खाक के बाद जगदीप के बेटे जावेद जाफरी ने कहा कि पिताजी के निधन पर तमाम लोगों के फोन और मैसेज आए। हमारे पिता ने 70 साल इस इंडस्ट्री को दिए और उन्हें सभी का बहुत प्यार मिला, जो आप लोगों के जरिए इस तरह से जाहिर हो रहा है। उन्होंने कहा कि दुआ और प्यार के लिए बहुत बहुत शुक्रिया। आप सभी मेरे पिता के लिए एक छोटी सी दुआ कर दीजिए। आप सभी का बहुत शुक्रिया।
जगदीप का बुधवार रात 81 साल की उम्र में निधन हो गया। वह काफी समय से बीमार थे। उनके निधन पर बॉलीवुड की तमाम हस्तियों ने सोशल मीडिया पर उनको श्रद्धांजलि दी। 29 मार्च 1939 को दतिया (मध्यप्रदेश) में पैदा हुए जगदीप का असली नाम सैयद इश्तियाक अहमद जाफरी था। जगदीप ने अपने करियर की शुरुआत चाइल्ड आर्टिस्ट ‘मास्टर मुन्ना’ के रूप में बीआर चोपड़ा की फिल्म अफसाना से की थी। इसके बाद कई फिल्मों में चाइल्ड आर्टिस्ट के रूप में काम किया। उन्होंने 400 से अधिक फिल्मों में काम किया था। जगदीप फ‍िल्‍म शोले के सूरमा भोपाली के क‍िरदार से मशहूर हुए थे।
जगदीप आखिरी बार 2012 में फिल्म गली गली चोर में पुलिस कांस्टेबल की भूमिका में नजर आए थे। पिछले साल जगदीप को आइफा समारोह में भारतीय सिनेमा में अतुल्य योगदान के लिए लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कर से नवाजा गया था।

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