117 दिन के अंतराल के बाद कल अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी होगी इंग्लैंड और वेस्ट इंडीज टेस्ट मैच से

117 दिन के अंतराल के बाद कल अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी होगी इंग्लैंड और वेस्ट इंडीज टेस्ट मैच से

Newspoint24.com/newsdesk/

साउथम्पटन। वैश्विक महामारी बन चुके कोरोना वायरस के खतरे के बीच इंग्लैंड और वेस्ट इंडीज की टीमें बुधवार से एजिस बॉल में शुरू होने वाले पहले क्रिकेट टेस्ट मैच में नया इतिहास बनाने उतरेंगी।

कोरोना के कारण अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट की 117 दिन के लम्बे अंतराल के बाद इस मैच से वापसी हो रही है। दोनों देशों के बीच तीन टेस्ट मैचों की सीरीज दर्शकों के बिना खेली जायेगी और इसमें कोरोना के कारण कुछ नए नियम लागू होंगे।

इंग्लैंड के करिश्माई आलराउंडर बेन स्टोक्स के लिए यह टेस्ट उनके करियर का मील का पत्थर होगा क्योंकि वह प्रथम श्रेणी में किसी मैच में कप्तानी किये बिना टेस्ट मैच में कप्तानी करने उतरेंगे।

कोरोना के कारण खेल की नई परिस्थितियों में दोनों टीमों के खिलाड़ियों के लिए यह मैच एक नया टेस्ट होगा जिससे इस खेल की आगे की दशा और दिशा तय होगी। स्टेडियम में दर्शक नहीं होंगे और सिर्फ बॉल पर बल्ले से शॉट लगाने की आवाज सुनाई देगी।

टेस्ट क्रिकेट में चौथी और आठवीं रैंकिंग की टीमों के बीच इस मुकाबले से क्रिकेट की वापसी की उम्मीद बंधेगी जो कोरोना वायरस के कारण मार्च के मध्य से ही बंद है। आखिरी अंतर्राष्ट्रीय मैच ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच 13 मार्च को एकदिवसीय मुकाबला था जो सिडनी में दर्शकों के बिना खेला गया था।

   नियमित कप्तान जो रुट कीअनुपस्थिति के कारण इंग्लैंड की कप्तानी संभालने जा रहे स्टोक्स एक नया रिकॉर्ड बनाएंगे। स्टोक्स इसके साथ ही इंग्लैंड के सबसे कम अनुभवी कप्तान बन जायेंगे। उन्होंने इससे पहले अपने करियर में प्रथम श्रेणी, लिस्ट ए और टी-20 मैच में कप्तानी नहीं की थी।

पिछले 50 वर्षों में स्टोक्स ऐसे दूसरे कप्तान होंगे जो बिना प्रथम श्रेणी मैच खेले इंग्लैंड की टेस्ट कप्तानी करेंगे। इससे पहले केविन पीटरसन ने बिना प्रथम श्रेणी मैच खेले इंग्लैंड की वनडे में कप्तानी की थी। रुट अपने दूसरे बच्चे के जन्म के कारण पहले क्रिकेट टेस्ट में नहीं खेल रहे हैं।

स्टोक्स को 2016 में उपकप्तानी दी गयी थी लेकिन एक साल बाद ब्रिस्टल में मारपीट की घटना के बाद उनसे उपकप्तानी छीन ली गयी थी। उन्हें पिछले साल एशेज से पहले उपकप्तानी वापस मिली थी। उनके लिए कप्तान के रूप में खुद को साबित करने का यह शानदार मौका है।

विश्व के नंबर दो आलराउंडर स्टोक्स के सामने विश्व के नंबर एक आलराउंडर जैसन होल्डर होंगे। होल्डर का कप्तान के रूप में यह 33वां टेस्ट होगा। दोनों कप्तानों के सामने अपनी बल्लेबाजी को लेकर समस्या है लेकिन दोनों टीमों के पास विश्व स्तरीय तेज गेंदबाजी आक्रमण है।

वेस्ट इंडीज ने दोनों देशों के बीच आखिरी सीरीज 2018-19 में अपने घर में जीती थी। विंडीज ने 1988 के बाद से इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज नहीं जीती है।

  इंग्लैंड के सामने विंडीज का वही गेंदबाजी आक्रमण होगा जिसने विंडीज में उसे परेशान किया था। केमार रोच, शैनन गेब्रियल, अलजारी जोसफ, होल्डर और चेमार होल्डर इंग्लैंड को फिर परेशानी में डाल सकते हैं। विंडीज को अपने तेज गेंदबाजों पर भरोसा है कि वे मेजबान टीम की बल्लेबाजी को धराशायी कर सकते हैं।

बल्लेबाजी विंडीज की समस्या है। विंडीज की उम्मीदों के लिए शाई होप की फॉर्म महत्वपूर्ण होगी जिन्होंने दो साल पहले हेडिंग्ले में यादगार जीत में दो शतक बनाये थे। कप्तान होल्डर अभ्यास मैच में रन बनाने के लिए तरसे थे जबकि पांच शीर्ष बल्लेबाज क्रैग ब्रेथवेट, जान कैम्पबेल, शमारह ब्रुक्स, होप और रोस्टन चेज कुल मिलाकर 29 रन बना पाए थे।

रुट की अनुपस्थिति में इंग्लैंड का बल्लेबाजी क्रम मजबूत नहीं दिखाई दे रहा है। रोरी बर्न्स और डॉम सिब्ली पारी की शुरुआत करेंगे जबकि जो डेनली या जैक क्राउली चौथे नंबर पर खेलने उतरेंगे।

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