उप्र में गणेश चतुर्थी एवं मोहर्रम पर सुरक्षा-व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम के निर्देश

उप्र में गणेश चतुर्थी एवं मोहर्रम पर सुरक्षा-व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम के निर्देश

Newspoint24.com/newsdesk/


लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) एच सी अवस्थी ने गणेश चतुर्थी एवं मोहर्रम के अवसर पर कोविड-19 के दृष्टिगत धार्मिक कार्यक्रमों के आयोजन के सम्बन्ध में दिये गये दिशा-निर्देशों का प्रभावी अनुपालन कराते हुए सुरक्षा-व्यवस्था के संबंध में आला अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिये हैं।
श्री अवस्थी ने आज यहां कहा कि आगामी दिनों में गणेश चतुर्थी पर्व एवं मोहर्रम पर गृह मंत्रालय, भारत सरकार की कोविड-19 की गाइडलाइन्स का पालन करते हुए सादगी से मनाया जाए। इस अवसर पर कोई भी जुलूस, झाॅकी न/न निकाली जाए एवं किसी भी दशा में भीड़ एकत्रित न/न हो और साथ ही जारी एडवाइजरी का अनुपालन सुनिश्चित किया जाये।


उन्होंने कहा कि शान्ति समितियों के पदाधिकारियों, धर्मगुरूओं, ताजियादारों एवं सम्भ्रान्त नागरिक के साथ बैठक कर उन्हें गृह मंत्रालय भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा कोविड-19 के दृष्टिगत धार्मिक कार्यक्रमो के आयोजनों के सम्बन्ध में जारी दिशा- निर्देशों से अवगत कराया जाये । कोरोना महामारी के संक्रमण से बचाव के लिए पुलिस द्वारा वाहनों पर लाउडस्पीकर के माध्यम से मास्क धारण करने तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए जनमानस को जागरूक किया जाये।


श्री अवस्थी ने सोशल मीडिया की लगातार मानीटरिंग की जाये। सोशल मीडिया फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर एवं व्हाट्सएप आदि पर सतर्क दृष्टि रखी जाये। भ्रामक सूचना प्रसारित होने पर विधिक आरोपीयों पर कार्रवाई करते हुए इनका प्रभावी खण्डन किया जाये। उन्होंने संवेदनशील क्षेत्रों में पुलिस पिकेट एवं गश्त की प्रभावी व्यवस्था की जाये। थानावार एवं आसूचना के आधार पर साम्प्रदायिक/शरारती तत्वों व चिन्हित व्यक्तियों पर सतर्क दृष्टि रखी जाये। आवश्यकता पड़ने पर इन साम्प्रदायिक एवं अवाॅछनीय तत्वों के विरूद्ध कड़ी निरोधात्मक कार्रवाई की जाये।
उन्होंने थानाध्यक्ष/क्षेत्राधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिये जायें कि वह छोटी से छोटी घटना को गम्भीरता से लेते हुए समुचित एवं त्वरित कार्रवाई करें। पिछले वर्षो में इस अवसर पर यदि कोई विवाद परिलक्षित हुआ हो तो उसका निस्तारण कर लिया जाये। इसी क्रम में यदि कोई नया विवाद प्रकाश प्रकाश में आया हो तो समय रहते उसका निस्तारण करा लिया जाये। उन्होंने सीसीटीवी कैमरा के व्यवस्थापन के लिए संवेदनशील स्थानों/चैराहों का चयन तथा वीडियोग्राफी की टीमों का गठन करा लिया जाये। संवेदनशील क्षेत्रों की ड्रोन कैमरा के माध्यम से निगरानी की जाये।

Share this story