राजस्थान: डिस्कॉम का हल्ला बोल 3123 जगह पकड़ी चोरी, 5.66 करोड रूपये का वसूला जुर्माना,जारी रहेगा अभियान

राजस्थान: डिस्कॉम का हल्ला बोल 3123 जगह पकड़ी चोरी, 5.66 करोड रूपये का वसूला जुर्माना,जारी रहेगा अभियान

Newspoint24.com/newsdesk/ वार्ता /

*लॉकडाउन में नहीं माने बिजली चोर, 3123 जगह पकड़ी चोरी*
*5.66 करोड रूपये लगाया जुर्माना, जारी रहेगा अभियान*

अजमेर । लॉकडाउन में जब पूरा प्रदेश कोरोना के खिलाफ लड़ रहा था, बिजली चोरों ने राजस्व का चूना लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। डिस्कॉम ने ऎसे बिजली चोरों के खिलाफ पूरी ताकत से हल्लाबोल 2.0 शुरू किया है। डिस्कॉम ने बड़े पैमाने पर कार्यवाही करते हुए 3123 जगहों पर बिजली चोरी पकड़ी। इन पर 5.66 करोड रूपये जुर्माना लगाया गया है।


अजमेर विद्युत वितरण निगम के प्रबन्ध निदेशक वी.एस. भाटी ने बताया कि लॉकडाउन के विभिन्न आंकड़ों के विश्लेषण पर डिस्कॉम ने पाया कि लॉकडाउन अवधि में विद्युत चोरियों में काफी बढ़ोतरी हुई। फील्ड स्टाफ अपने क्षेत्रों में चैकिंग के लिए नहीं जा पा रहे थे, इससे विद्युत छीजत में व्यापक बढ़ोतरी हुई।
डिस्कॉम ने पिछले वर्ष की तरह इस बार फिर बिजली चोरों को सबक सिखाने और राजकोष को घाटा पहुंचाने से रोकने के लिए हल्ला बोल 2.0 शुरू किया है। डिस्कॉम ने इस साल 14 प्रतिशत से कम बिजली छीजत का लक्ष्य रखा है। इसके लिए यह खास अभियान शुरू किया गया है। निगम की ओ. एण्ड एम. व विजिलेंस शाखा के अलावा मीटर एण्ड प्रोटेक्शन शाखा व प्रोजेक्ट शाखा के अभियंताओं को भी प्रत्येक शनिवार को सतर्कता जांच करने के लिए निर्देशित किया गया है।

उन्होंने बताया कि इस सप्ताह निगम के 792 इंजीनियरों ने 11 जिलों में 7478 परिसरों की जांच की, जिसमें 3123 विद्युत चोरियाँ पकडी गई। निगम ने बिजली चोरों पर 5.66 करोड रूपये का जुर्माना लगाया है। डिस्कॉम की टीम को यह बडी सफलता मिली है।


भाटी ने बताया कि डिस्कॉम की टीम में सबसे अधिक झुंझुनू जिले के अभियंताओं ने 501 विद्युत चोरी के मामले पकडे जिन पर 79.05 लाख रूपये जुर्माना लगाया। सबसे अधिक जुर्माना नागौर जिले में विद्युत चोरी के 462 मामले पकड़ कर 107.16 लाख रूपये लगाया गया। इसके अतिरिक्त अजमेर शहर वृत में 80, अजमेर जिलावृत में 99, भीलवाड़ा में 303, सीकर में 355, उदयपुर में 177, राजसमंद में 80, बांसवाड़ा मेें 68, डुंगरपुर में 95, चितौडगढ़ में 324, प्रतापगढ़ में 91 मामले विद्युत चोरी के बनाए गए। इसके अतिरिक्त निगम की एम. एण्ड पी विंग ने भी इस बार 90, प्रोजेक्ट विंग ने 58 व विजिलेंस विंग ने 340 विद्युत चोरियां पकडी। नागौर टीम ने 06 अवैध ट्रांसफॉर्मर भी ज़ब्त किए। इस अभियान से करीब 1.10 करोड यूनिट डेबिट करने का फायदा मिलेगा।
प्रबन्ध निदेशक श्री वी.एस.भाटी ने बताया कि आने वाले समय में इस अभियान को और अधिक गति दी जाएगी, जिससे विद्युत छीजत में कमी की जाकर सरकार के लक्ष्यों को हासिल किया जा सके।

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