आईजी लक्ष्मी सिंह की जांच में शहीद सीओ का वायरल पत्र पाया गया सही

आईजी लक्ष्मी सिंह की जांच में शहीद सीओ का वायरल पत्र पाया गया सही


अजय सिंह
कानपुर । उत्तर प्रदेश के कानपुर जनपद में सीओ समेत आठ पुलिस कर्मियों की हत्या के बाद शहीद सीओ की बेटी ने एक पत्र वायरल कर दिया था। यह पत्र शहीद सीओ ने घटना के करीब साढ़े तीन माह पहले कानपुर नगर के तत्कालीन एसएसपी व वर्तमान डीआईजी अनंत देव को लिखा था। पत्र को पहले फर्जी बताया गया था और बाद में शासन ने संज्ञान लिया और आईजी लक्ष्मी सिंह को जांच सौंपी। जांच में पत्र सही पाया गया और आईजी ने अपनी जांच रिपोर्ट डीजीपी को सौंप दी। ऐसे में सूत्रों के मुताबिक डीआईजी पर कार्रवाई हो सकती है।

चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरु गांव में हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे और उसके गुर्गों ने दो जुलाई की अर्धरात्रि को उस समय पुलिस टीम पर हमला कर दिया था जब सीओ बिल्हौर देवेन्द्र मिश्रा की अगुवाई में पुलिस टीम दबिश देने गयी थी। हमले में सीओ समेत आठ पुलिस कर्मी शहीद हो गये थे। इसके बाद डीजीपी समेत लखनऊ के पुलिस अधिकारियों ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और मामले की जांच के लिए लखनऊ से एसटीएफ डीआईजी अनंत देव को भी जिम्मेदारी इसलिए सौंपी गयी कि वह कानपुर में बतौर एसएसपी रह चुके थे। घटना के दो दिन बाद शहीद सीओ की बेटी ने एक पत्र सोशल मीडिया में वायरल कर दिया। यह पत्र शहीद सीओ ने तत्कालीन एसएसपी अनंत देव को 14 मार्च को लिखा था। इस पत्र में चौबेपुर थानाध्यक्ष विनय तिवारी और हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे की सांठगांठ का जिक्र था। इसके साथ ही एसएसपी से गुहार लगायी गयी थी कि जल्द इस पर कार्रवाई की जाये नहीं तो बड़ी घटना हो सकती है। वायरल पत्र को लेकर पहले यह कहा गया कि एसएसपी दफ्तर में ऐसा कोई पत्र नहीं है, जिससे संदेश यह जाने लगा कि पत्र फर्जी है। इसी बीच शासन ने वायरल पत्र का संज्ञान ले लिया और जानकारी जुटाई तो काफी हद तक चीजें सही पायी गयी। इसी को लेकर कानपुर कांड की जांच से डीआईजी एसटीएफ को अलग कर दिया गया और मुरादाबाद पीएसी का डीआईजी बनाकर भेज दिया। इसके बाद शासन ने पत्र की जांच के लिए लखनऊ की तेज तर्रार आईपीएस आईजी लक्ष्मी सिंह को भेजा। लक्ष्मी सिंह ने एसएसपी दफ्तर में जांच की पर पत्र नहीं मिला। इस पर आईजी ने बिल्हौर सीओ कार्यालय का कम्यूटर कक्ष को सील कराने का निर्देश दिया। दो दिन तक सघन जांच के बाद गुरुवार को आईजी ने जांच रिपोर्ट डीजीपी एचसी अवस्थी को सौंप दी। सूत्रों के मुताबिक आईजी की जांच रिपोर्ट में शहीद बिल्हौर सीओ देवेन्द्र मिश्रा द्वारा थानाध्यक्ष चौबेपुर विनय तिवारी के खिलाफ एसएसपी को लिखा गया पत्र सही पाया गया। लक्ष्मी सिंह ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि जांच पड़ताल और सीओ के कार्यालय के स्टॉफ से पूछताछ की तो पता चला कि सीओ द्वारा एसएसपी को लिखा गया पत्र असली है। सीओ के कम्प्यूटर में यह पत्र मौजूद पाया गया और इस पत्र को कार्यालय में तैनात एक महिला सिपाही ने टाइप किया था। कम्प्यूटर आपरेटर से लेकर स्टॉफ तक ने एसएसपी को भेजे गए इस पत्र की पुष्टि की है। आईजी लक्ष्मी सिंह ने इस प्रकरण की और गम्भीरता से उच्चस्तरीय जांच कराए जाने की संस्तुति भी की है। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल उठता है कि इस बात की भी जांच होनी चाहिये कि एसएसपी ऑफिस से इस पत्र को किसने गायब कराया और इस पत्र पर पूर्व एसएसपी ने कोई कार्रवाई क्यों नहीं की। सूत्र यह भी बता रहे हैं कि जिस प्रकार आईजी लक्ष्मी सिंह ने पारदर्शिता और सबूतों के साथ जांच रिपोर्ट डीजीपी को सौंपी है उससे यह तय है कि डीआईजी अनंत देव पर कार्रवाई हो सकती है।

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