सचिन के प्रति मेरा बहुत स्नेह है राजनीति में मतभेद होना गलत नहीं नई पीढ़ी को मौका मिलना चाहिए : सीएम गहलोत

सचिन के प्रति मेरा बहुत स्नेह है राजनीति में मतभेद होना गलत नहीं नई पीढ़ी को मौका मिलना चाहिए : सीएम गहलोत

Newspoint24.com/newsdesk/


जयपुर । राजस्थान में सियासी उलटफेर को लेकर राजनीति तेज हो गई है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भाजपा पर सरकार गिराने के षड़यंत्र का आरोप लगा रहे हैं। वहीं भाजपा ने इस पूरे घटनाक्रम को कांग्रेस का अंतर्कलह बताया है। इस बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने देर रात मंत्रिमंडल की बैठक की। हालांकि बैठक में उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट समेत कई मंत्री शामिल नहीं हुए। इनके बैठक में नहीं पहुंचने की वजह जयपुर से बाहर होना बताई जा रही है। शनिवार को मुख्यमंत्री से मिलने के लिए विधायकों और मंत्रियों का तांता लगा रहा।

एसओजी ने विधायकों की खरीद फरोख्त का खुलासा करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार किया है। सरकार ने प्रदेश में नाकाबंदी को बढ़ा दिया है। अचानक बढ़ाई गई नाकाबंदी के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। गृह विभाग के अतिरिक्त सचिव रोहित कुमार सिंह ने राज्य से जुड़ी सीमाओं पर व्यक्तियों के अंतर्राज्यीय आवगमन को नियंत्रित करने को कहा है। सम्भागीय आयुक्त, जिला कलेक्टर, पुलिस आयुक्त और सभी पुलिस अधीक्षकों को अंतर्राज्यीय सीमा पर व्यक्तियों के प्रवेश पर नियंत्रण करने को कहा है। एयरपोर्ट, बस स्टेंड, और राज्य की सीमा में प्रवेश करने लोगों के लिए अतिरिक्त चैकपोस्ट स्थापित कर स्क्रीनिंग करने के निर्देश दिए है। हालांकि चौकसी बढ़ाने की वजह कोरोना संक्रमण को बताया गया है।

कांग्रेस में गुटबाजी के सवाल पर मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा है कि सचिन पायलट के प्रति मेरा बहुत स्नेह है। राजनीति में मतभेद होना गलत नहीं है। राजस्थान में कई प्रतिभाशाली नेता है नई पीढ़ी को मौका मिलना चाहिए। पायलट युवा नेता है, हमने जो वादे जनता से किए थे, उन्हें पूरा करेंगे। उन्होंने कहा कि आलाकमान के फैसलों को हम सब मानते हैं। मैं सभी अच्छे सुझाव को मानता हूं और सबको साथ लेकर काम करना चाहता हूं। इंदिरा गांधी चुनाव हारी थी, जब भी हम काम करते रहे। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा ने देश के इतिहास में काला अध्याय जोड़ा है। मणिपुर, गोवा, कर्नाटक और मध्यप्रदेश क्या हुआ सब जानते हैं। भाजपा के पास धन बल की कोई कमी नहीं है। लेकिन राजस्थान में भाजपा के मंसूबों को कामयाब नहीं होने देंगे।

मंत्रिमंडल की बैठक में मंत्री रमेश मीना, बीडी कल्ला और पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह भी शामिल नहीं हुए। इस बीच प्रदेश के सियासी घटनाक्रम पर विश्वेन्द्रसिंह ने कहा कि मैं बाड़े बंदी में विश्वास नहीं करता हूं। पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों के कारण मैं भरतपुर हूं, इसलिए बैठक में शामिल नहीं हो सका।

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