हर्षवर्धन ने पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए मोबाइल स्ट्रोक यूनिट का उद्घाटन किया

हर्षवर्धन ने पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए मोबाइल स्ट्रोक यूनिट का उद्घाटन किया

Newspoint24.com/newsdesk/

नयी दिल्ली । केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ़ हर्षवर्धन ने सोमवार को पूर्वोत्तर क्षेत्र केे लिए मोबाइल स्ट्रोक यूनिट का शुभारंभ किया।

केंद्रीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने असम के तेजपुर और डिब्रूगढ़ इलाकों में मोबाइल स्ट्रोक यूनिट के माध्यम से स्ट्रोक का उपचार मुहैया कराने की नयी पहल शुरु की है। डॉ़ हर्षवर्धन ने आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ़ बलराम भार्गव, और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से आज इसका शुभारंभ किया। मोबाइल स्ट्रोक यूनिट में अत्याधुनिक सीटी स्कैनर और टेलीमेट्री तथा थ्रॉम्बोलाइटिक थेरेपी की सुविधा भी है। इस यूनिट के सभी कर्मचारियों को स्ट्रोक के मरीजों की देखभाल का पूरा प्रशिक्षण दिया गया है।

केन्द्रीय मंत्री ने इस मौके पर कहा, “हृदय रोग और उच्च रक्तचाप को देखकर लोगों को निराशा और असंवेदनशीलता होती है। समय पर उपचार से मृत्यु के मामलों में कमी लाई जा सकती है और लोगों को अक्षमता से बचाया जा सकता है। असम में स्ट्रोक के अधिक मामलों के भार और इसके उपचार के अभाव को देखते हुए यह पहल इस क्षेत्र के लोगों की समस्याओं के समाधान में मददगार साबित होगी। टेली-परामर्श के माध्यम से मोबाइल यूनिट लोगों का समय पर और समुचित उपचार सुनिश्चित करता है।”

उन्होंने उन स्वास्थ्य कर्मियों की सराहना की, जो कोविड के कारण सीमित संसाधनों के बीच निस्वार्थ भावना से लोगों की सेवा कर रहे हैं। कोविड-19 के खिलाफ भारत की जंग के बारे में डॉ़ हर्षवर्धन ने कहा, “भारत की रिकवरी दर निरंतर बढ़ रही है और मृत्यु दर में लगातार गिरावट जारी है। इससे कोविड-19 पर काबू पाने की रणनीति की सफलता साबित होती है। इस रणनीति का राज्य और केन्द्र शासित प्रदेश पालन कर रहे हैं। कोरोना की शुरुआत के समय देश में केवल एक प्रयोगशाला थी, जबकि आज 1,800 से अधिक प्रयोगशालाएं हैं, हम अपनी क्षमताओं को मजबूत करने में काफी रास्ता तय कर चुके हैं। हमने सफलतापूर्वक अपनी जांच क्षमता बढ़ाई है, जो अब प्रतिदिन 15 लाख जांच हो गई है।”

डॉ़ हर्षवर्धन ने लोगों से कोविड अनुकूल व्यवहार का पालन करने का आग्रह किया। उन्होंने लोगों को याद दिलाया कि बाहर जाते समय मास्क/फेस कवर पहनने, हाथ स्वच्छ रखने और सांस लेने के बारे में शिष्टाचार का पालन करने तथा दो गज की सुरक्षित दूरी बनाए रखने से संक्रमण के प्रसार को रोका जा सकता है।

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