सोना तस्करी की सरगना स्वप्ना केरल सरकार के हायर एजुकेशन एंड माइनॉरिटी वेलफेयर मिनिस्टर के.टी. जलील के संपर्क में थी

सोना तस्करी की सरगना स्वप्ना केरल सरकार के हायर एजुकेशन एंड माइनॉरिटी वेलफेयर मिनिस्टर के.टी. जलील  के संपर्क में थी

Newspoint24.com/newsdesk/आईएएनएस/

तिरुवनंतपुरम | केरल के कई नौकरशाहों और मंत्रियों की रातों की नीद हराम हो गई है, क्योंकि सनसनीखेज सोना तस्करी मामले के सूत्र आतंकवाद से जुड़ रहे हैं। मामले की प्रमुख आरोपी स्वप्ना सुरेश से पूछताछ के दौरान कई मंत्रियों और नौकरशाहों के साथ उसके संबंधों का पता चला है। स्वप्ना के मोबाइल नंबर के काल डिटेल रिकॉर्ड्स (सीडीआर) से पता चला है कि स्वर्ण तस्करी की प्रमुख आरोपी राज्य के उच्च शिक्षा और अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री के.टी. जलील के बराबर संपर्क में थी। हायर एजुकेशन एंड माइनॉरिटी वेलफेयर मिनिस्टर

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने आरोप लगाया है कि स्वप्ना और उसके साथी संदीप नायर अबतक विदेश से 150 किलोग्राम से अधिक सोने की तस्करी कर चुके हैं, और उसमें से अधिकांश का इस्तेमाल आतंकवाद संबंधित गतिविधियों में किया गया।

जांच के दौरान स्वप्ना के हाईप्रोफाइल संपर्क भी सामने आए हैं।

सूत्रों ने कहा कि पिछले कुछ महीनों के दौरान जलील से स्वप्ना की 16 बार टेलीफोन पर बात हुई थी। इसके अलावा मंत्री और नौकरशाह उसके आवास पर बार-बार आते जाते रहे हैं, जिसमें मुख्यमंत्री के तत्कालीन सचिव एम. शिवशंकर भी शामिल थे, जिनसे सीमा शुल्क विभाग के अधिकारियों ने मंगलवार अपराह्न् तिरुवनंतपुरम में पूछताछ की।

सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि सचिवालय के पास स्थित एक फ्लैट स्वप्ना के गोपनीय अभियानों का मुख्य केंद्र था। इस फ्लैट में सोने की खेप कथित तौर पर छिपाई जाती थी, और वहां तस्करों के साथ ही वीआईपी लोग भी जाते थे। इस फ्लैट को यहां खासतौर से इसलिए चुना गया था, ताकि कानून प्रवर्तन एजेंसियों को कोई संदेह न हो।

वरिष्ठ आईएएस अधिकारी शिवशंकर इस फ्लैट के अलावा स्वप्ना के आवास पर भी बार-बार आते-जाते थे। उसके घर पर शिवशंकर की उपस्थिति को सत्यापित करने के लिए आवासीय सोसायटी के सीसीटीवी फूटेज मांगे गए हैं।

इस बीच, जलील ने मीडिया से कहा कि उन्हें स्वप्ना की संदिग्ध पृष्ठभूमि के बारे में पता नहीं था। उन्होंने स्वीकार किया कि स्वप्ना से उनकी बातचीत हुई थी, लेकिन बातचीत रमजान फूड राहत किट से संबंधित थी। जलील ने मीडिया से कहा, “मैंने यूएई के महावाणिज्यदूत को फोन किया था तो उन्होंने राहत किट वितरण के लिए स्वप्ना से संपर्क करने को कहा था। स्वप्ना यूएई कंसुलेट में एक अधिकारी थी।”

मंत्री ने स्वप्ना की केरल सरकार में नौकरी के बारे में बिल्कुल अनभिज्ञता जाहिर की।

एनआईए सूत्रों ने कहा कि स्वप्ना और उसके साथी सारिथ दोनों एक समय यूएई कंसुलेट में कर्मचारी थे, लेकिन दोनों ने अज्ञात कारणों से इस्तीफा दे दिया था। कंसुलेट में काम करने के दौरान उन्हें हवाईअड्डे पर राजनयिक बैगेज के आने-जाने के बारे में पता चला था। बाद में उन्होंने संदीप के साथ मिलकर एक साजिश रची और वे अपने वीआईपी संपर्को की मदद से बड़ी मात्रा में सोने की तस्करी में संलिप्त हो गए। जुलाई 2019 से लेकर इस गिरोह ने 150 किलोग्राम से अधिक सोने की तस्करी की है।

पिछली दो कोशिशों में गिरोह ने राजनयिक बैगेज के जरिए नौ किलोग्राम और 18 किलोग्राम सोने की तस्करी की थी। हाल ही में जब उन्होंने उसी रास्ते से 30 किलोग्राम सोने की तस्करी करने की कोशिश की तो तिरुवनंतपुरम हवाईअड्डे पर सीमा शुल्क विभाग की टीम ने इस रैकेट का भंडाफोड़ कर दिया।

सूत्रों ने कहा कि स्वप्ना और संदीप ने खेप की तस्करी के लिए यूएई कंसुलेट का प्रतीक हासिल कर लिया था। एनआईए ने संदीप के पास से एक बैग और कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए हैं, जिससे आतंकी गतिविधियों के लिए सोने की तस्करी की एक व्यापक साजिश के संकेत मिलते हैं।

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