राजस्थान कांग्रेस विधायक दल की बैठक में गहलोत-पायलट एक हुये

राजस्थान कांग्रेस विधायक दल की बैठक में गहलोत-पायलट एक हुये

Newspoint24.com/newsdesk/

जयपुर। राजस्थान में कांग्रेस विधायक दल की बैठक आज शाम यहां मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित की गयी।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में आयोजित की गई बैठक में कल से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र पर चर्चा की गयी। बैठक से पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट छह जून के बाद पार्टी हाईकमान के दखल के बाद मुलाकात हुई।

बैठक में श्री गहलोत ने कहा कि हम खुद विश्वास प्रस्ताव लाएंगे। उन्होंने कहा कि जो विधायक नाराज हैं, उनकी नाराजगी दूर करेंगे.. वो चाहें तो अभी मिल लें या चाहें तो बाद में। श्री गहलोत ने कहा कि कांग्रेस का परिवार एक है और कल विधानसभा सत्र में कांग्रेस अपनी एकता दिखाएंगे।

बैठक में कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री के के वेणुगोपाल, राष्ट्रीय पवक्ता अजय माकन, प्रदेश प्रभारी अविनाश पाण्डे, प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंदसिंह डोटासरा भी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित विधायक दल की बैठक में शामिल होने के लिए गहलोत गुट के विधायक फेयरमोंट होटल से रवाना होकर शाम पांच बजे मुख्यमंत्री आवास पहुंचे।

राजस्थान में पैदा हुए सियासी संकट के कारण मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के रिश्तों पर जमी तल्खी की बर्फ गुरुवार शाम मुख्यमंत्री निवास पर दोनों की मुलाकात के बाद पिघल गई। दोनों नेताओं ने हाथ मिलाया और मास्क से ढंके चेहरों पर मुस्कुराहट बिखेरी, लेकिन गले नहीं मिले। दोनों नेता अंतिम बार 20 जून को मिले थे। तीन दिन पहले ही पायलट की कांग्रेस से सुलह हुई और मंगलवार को वे और उनके 18 विधायक बाड़ेबंदी से निकलकर जयपुर लौटे। मुख्यमंत्री गहलोत के घर गुरुवार को कांग्रेस विधायक दल की बैठक आरंभ हुई। इसमें शुक्रवार से शुरु हो रहे विधानसभा सत्र की रणनीति पर चर्चा की गई।

राजस्थान कांग्रेस विधायक दल की बैठक में गहलोत-पायलट एक हुये


विधायक दल की बैठक में शामिल होने के लिए गहलोत गुट के विधायक फेयरमोंट होटल से रवाना होकर शाम 5 बजे मुख्यमंत्री आवास पहुंचे। इसी दौरान सीएमआर में मुख्यमंत्री गहलोत और पायलट की मुलाकात हुई। कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल, प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे, पार्टी नेता रणदीप सुरजेवाला और अजय माकन मौजूद रहे। इसी दौरान पायलट के आवास पर रुके अन्य बागी हुए 18 विधायक सीएमआर पहुंचे। इसके बाद विधायक दल की बैठक शुरु हो गई।

बैठक में पहुंचने पर मुख्यमंत्री, पायलट समेत अन्य नेताओं ने विक्ट्री साइन बनाकर सभी विधायकों का अभिनंदन किया। बैठक में पीसीसी चीफ गोविन्द सिंह डोटासरा ने कहा कि भाजपा ने अंग्रेजों की फूट डालो-राज करो की तर्ज पर सरकार गिराने का षडय़ंत्र रचा, जो सभी की एकजुटता से कामयाब नहीं हो पाया। पूर्व उप मुख्यमंत्री पायलट ने 6 साल तक पीसीसी पद के दौरान मिले सभी के सहयोग के लिए गांधी परिवार का आभार जताया। मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि हम खुद विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव लेकर आएंगे। हम 19 विधायकों के बगैर भी बहुमत साबित कर लेते, लेकिन तब उतनी खुशी नहीं मिल पाती। अपने तो अपने ही होते हैं, जो हुआ है, उसे भूल जाएं। इनके आने की खुशी ज्यादा है। उन्होंने कहा कि सभी विधायकों की शिकायतें दूर की जाएगी। अभी चाहो तो अभी और बाद में चाहो तो आराम से मिल लेंगे। बैठक में सभी विधायकों ने हाथ खड़े कर एकजुटता का प्रदर्शन किया। विधायक दल की बैठक से पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मौजूदगी में फेयरमोंट होटल में कांग्रेस नेताओं ने कुछ मसलों पर चिंतन किया। इसके बाद विधायक भंवरलाल शर्मा और पूर्व पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह का निलम्बन आदेश रद्द किया गया।

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