नारी शक्ति का सम्मान करने वाला ही सनातन धर्म का अनुयायी: भवानीनंदन

नारी शक्ति का सम्मान करने वाला ही सनातन धर्म का अनुयायी: भवानीनंदन
नारी शक्ति का सम्मान करने वाला ही सनातन धर्म का अनुयायी: भवानीनंदन

गाजीपुर | सिद्धपीठ हथियाराम मठ के पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर महंत भवानीनंदन यति ने कहा कि मातृशक्ति का हृदय से समर्थन करना गुरुजनों के सद्मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है।महंत ने कहा कि सनातन धर्म को बचाए रखना की अमूल्य आराधना है जो हमारी मूल थाती है। उन्होने कहा कि नारी शक्ति ही मानव को अदृश्य शक्ति प्रदान करती है। जिस परिवार में नारी की पूजा होती है वही परिवार शिखर पर प्राप्त करता है। देविया ही साक्षात दुर्गा शक्ति के रूप होती हैं। देवी सरस्वती लक्ष्मी महाकाली का रूप होती हैं। इन्हें संजोए रखने से परिवार में सुख समृद्धि का बोध मिलता है जिससे सद्बुद्धि लक्ष्मी तथा शक्ति कालिका मिलती है। ज्ञान धन शक्ति की प्राप्ति होती है। नारियों का सम्मान करने वाला ही सनातन धर्म का अनुयाई माना जाता है।

इस मौके पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक कानपुर के श्रीराम सिंह ने बताया कि सनातन धर्म का पालन हमें अवश्य करना चाहिए। जिससे परिवार देशकाल सभी का सम्मान करना ही हमारी हिंदू संस्कृति रही है। मर्यादा भगवान राम भी सनातन धर्म का पालन करते हुए पिता की आज्ञा से बन को जाकर दुष्टों का संहार करते हुए मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम कहलाए।

कार्यक्रम में ग्वालियर से पधारी साध्वी निष्ठा जी, वैदिक विद्वान पंथ्री जी, विधायक वीरेन्द्र यादव, जिला पंचायत सदस्य रमेश यादव, रेखा, माधुरी सिंह, पीयूष विक्रम, कमथरी के देवराहा बाबा, लौटू प्रजापति राधेश्याम जायसवाल, सूरज सिंह उर्फ काकू सिंह, संतोष यादव सहित काफी संख्या में लोग रहे।

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