कोरोना के चलते नगर निगम चुनाव में चुनावी रंगत फीकी

कोरोना के चलते नगर निगम चुनाव में चुनावी रंगत फीकी
कोरोना के चलते नगर निगम चुनाव में चुनावी रंगत फीकी

जयपुर | राजस्थान में 29 अक्टूबर से दो चरणों में होने वाले छह नगर निगमों के चुनाव में वैश्विक महामारी कोरोना के चलते चुनाव प्रचार के लिए भीड़ नहीं जुटने एवं चुनावी शौर की कमी के कारण चुनावी रंगत फीकी नजर आ रही हैं। राजधानी जयपुर के अलावा जोधपुर एवं कोटा में हो रहे नगर निगम चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद छह निगमों के 560 वार्डों में दो हजार से अधिक उम्मीदवार अपनी चुनावी किस्मत आजमा रहे हैं और इसके लिए चुनाव प्रचार शुरु कर दिया गया लेकिन कोरोना के चलते चुनाव प्रचार के दौरान कोई बड़ा आयोजन नहीं कर सकने की पाबंदी एवं सोशल डिस्टेंसिंग की पालना के चलते उम्मीदवार कुछ ही लोगों को साथ लेकर घर घर जाकर चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं।

इस दौरान मास्क लगा होने एवं हाथ नहीं मिलाने तथा दूर से ही बातकर चुनाव प्रचार करने तथा लोगों को कोरोना का डर होने के कारण वे उनके चुनाव प्रचार से दूर भाग रहे हैं। इस कारण इस बार चुनाव में पहले की भांति लोगों का हुजूम नहीं उमड़ने एवं चुनावी शौर नहीं होने से चुनावी रंगत फीकी नजर आ रही हैं। चुनावी किस्मत आजमा रहे कुछ उम्मीदवारों का कहना है कि कोरोना के चलते जहां चुनाव प्रचार में बड़ी दिक्कते आ रही हैं और लोगों को पास जाकर अपने पक्ष में करने के लिए समझाना थोड़ा मुश्किल हो रहा है वहीं इस बार वार्ड बदलने से भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

जयपुर ग्रेटर नगर निगम में वार्ड संख्या चालीस से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रत्याशी विजय पाल सिंह ने बताया कि कोरोना गाइड लाइन के चलते भीड़ के रुप में कहीं भी एकत्रित नहीं हो रहे हैं और घर घर जाकर मतदाताओं से वोट मांग रहे हैं। उन्होंने कहा कि मास्क लगाकर एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखते हुए अपना चुनाव प्रचार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हालांकि चुनावी शौर नहीं होने से चुनावी रंगत तो नहीं बनी है लेकिन स्थानीय होने के कारण उन्हें कोई परिशानी नहीं हो रही है और जनता का पूरा सहयोग मिल रहा है। उन्होंने बताया कि मतदाताओं के नाम एवं नम्बर लेकर उनसे फोन पर भी संपर्क बनाये हुए हैं। इसी तरह अन्य उम्मीदवारों का कहना है कि वे घर-घर जाकर संपर्क में लगे हुए हैं और सोशल मीडिया के जरिए अपने चुनाव प्रचार पर ज्यादा जोर दे रहे हैं।

इस बार चुनाव में प्रत्याशी बड़े बड़े बैनर लगाने एवं अन्य आयोजन की बजाय घर घर जाकर संपर्क कर मतदाताओं के नाम एवं फोन नम्बर लेकर सोशल मीडिया के जिरए व्हाटसएप एवं फेसबुक, वीडियो कॉल आदि के माध्यम से मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के प्रयास कर रहे हैं। सत्तारुढ़ कांग्रेस एवं भाजपा के नेता भी सोशल मीडिया के जरिए ज्यादा बयानबाजी कर रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनियां दोनों नेता चुनाव में अपनी अपनी पार्टी की जीत के दावें कर रहे हैं।

चुनाव में कांग्रेस एवं भाजपा के बीच ही मुख्य मुकाबला माना जा रहा है। हालांकि दोनों पार्टियों के कई बागी उम्मीदवारों के भी चुनाव मैदान में डटे रहने से कई जगहों पर मुकाबला त्रिकोणीय भी होने के आसार हैं। दोनों पार्टी के नेता बागियों को समझाने में भी लगे हैं। कई अन्य निर्दलीय प्रत्याशियों का दबादबा होने से भी मुकाबला त्रिकोणीय ज्यादा बनता नजर आ रहा हैं।

जयपुर में जयपुर ग्रेटर के 150, जयपुर हैरिटेज के 100, जोधपुर उत्तर एवं दक्षिण में 80-80 एवं कोटा उत्तर में 70 एवं दक्षिण में 80 वार्डों में 2238 उम्मीदवार चुनाव मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इस चुनाव में 35 लाख 97 हजार 873 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। दूसरे चरण का चुनाव एक नवंबर को होने के बाद मतगणना तीन नवंबर को होगी।

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