दलित से गैंगरेप: आक्रोशित लोगों का शहर में प्रदर्शन

दलित से गैंगरेप: आक्रोशित लोगों का शहर में प्रदर्शन

Newspoint24.com/newsdesk/

जोधपुर। उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में दलित के साथ हुए गैंगरेप और पीड़िता की मौत को लेकर जोधपुर कलेक्ट्रेट के बाहर कई दलित संगठनों से जुड़े प्रतिनिधियों ने प्रदर्शन किया। साथ ही जिला कलेक्टर के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजकर दुष्कर्म पीड़िता को न्याय दिलाने एवं दलितों-महिलाओं की सुरक्षा में नाकाम उत्तरप्रदेश सरकार को बर्खास्त करने की मांग की। ज्ञापन में उत्तर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की गई।

ज्ञापन में बताया गया कि उत्तरप्रदेश में मौजूदा सरकार के दौर में पूरी तरह से जंगल राज कायम हो गया है। महिलाएं, दलित एवं मुस्लिम असुरक्षित हैं। ऐसी स्थिति में इस सरकार को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लगाया जाए। साथ ही गैंगरेप के सभी आरोपितों को कठोर सजा दिलाने के लिए कड़े कदम उठाए जाएं और जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों को बर्खास्त करते हुए उन पर भी कानूनी कार्रवाई की जाए।

इस दौरान दलित शोषण मुक्ति मंच के प्रदेश संयोजक किशन मेघवाल, महानगर संयोजक ललित जनागल, भारत की जनवादी नौजवान सभा के प्रदेश कमेटी सदस्य महिपालसिंह, ऑल इंडिया लॉयर्स यूनियन के जिलाध्यक्ष एडवोकेट प्रमोद मेघवाल और जिला संयुक्त सचिव एडवोकेट अनिल हालु, स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के जिला जिला सचिव रूखमण साहेलिया और जिला उपाध्यक्ष राकेश गुलसर, अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति की जिलाध्यक्ष नेहा के मेघवाल, मुकेश मकवाना, महेन्द्र भाटी, दिनेश कटारिया, पप्पुलाल सैनी, भैरूसिंह सहित अनेक पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे।

वहीं राजस्थान प्रदेश युवा कांग्रेस के प्रदेश महासचिव पुखराज दिवराया ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र भेजकर दलित से दुष्कर्म कर हत्या करने के आरोपितों को कड़ी सजा देने की मांग की। दिवराया ने बताया कि हाथरस गैंगरेप पीडि़ता के साथ हुई घटना इतना जघन्य अपराध है कि उन आरोपियों को फांसी की सजा दी जाए तो भी कम है। आज संपूर्ण विश्व में भारत जहां दलितों व बेटियों की सुरक्षा की बात करता है वहीं दूसरी ओर स्थितियां बिल्कुल इसके विपरीत हैं। आए दिन दलित वर्ग की बेटियों के साथ दुष्कर्म जैसी घटनाएं होना आम बात सी हो गई है।

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