उद्योगजगत के लिए कोविड-19 सुरक्षित कार्यस्थल दिशा-निर्देश जारी

उद्योगजगत के लिए कोविड-19 सुरक्षित कार्यस्थल दिशा-निर्देश जारी

Newspoint24.com/newsdesk/

नयी दिल्ली । केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री हर्षवर्धन ने मंगलवार को कोरोना वायरस कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए उद्योग जगत के लिए सुरक्षित कार्यस्थल दिशा-निर्देश जारी करते हुए कहा कि श्रमिक सिर्फ अपनी रोजी रोटी के लिए काम नहीं करते बल्कि वे देश के निर्माण के लिए कार्य करते हैं।

डॉ़ हर्षवर्धन और केंद्रीय श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री संतोष कुमार गंगवार ने आज उद्योगों के लिए कोविड-19 सुरक्षित कार्य स्थल दिशा-निर्देश पुस्तिका जारी की। इस वर्चुअल समारोह में नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ वी के पॉल भी उपस्थित रहे।

दिशा-निर्देश जारी किए जाने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए डॉ. हर्षवर्धन ने कहा, “ये दिशा-निर्देश सराहनीय हैं और समय पर जारी किए गए हैं। इनसे औद्योगिक श्रमिकों के कल्याण में मदद मिलेगी। कोविड19 से मज़दूरों को बचाना हमारी जिम्मेदारी है। वे सिर्फ़ अपनी रोज़ी-रोटी के लिए काम नहीं करते, वे भारत के निर्माण के लिए काम करते हैं। कोविड से बचाव कोई राॅकेट साइंस नहीं है, बस हमें थोड़ी सावधानी बरतने की आवश्यकता है।”

उन्होंने कहा,“ ये नियोक्ताओं और श्रमिकों के लिए व्यापक योजना से संबंधित दिशा-निर्देश हैं, जिनसे कार्यस्थल परिसर में कोविड-19 के जोखिम स्तर की पहचान और समुचित नियंत्रण उपायों को तय करने में सहायता मिलेगी। इन दिशा-निर्देशों से सांस संबंधी स्वच्छता, बार-बार हाथ धोने, सुरक्षित दूरी और कार्य स्थल को बार-बार सैनेटाइज करने जैसे संक्रमण नियंत्रण उपायों के आधार पर कार्यस्थल को सुरक्षित बनाने के सभी महत्वपूर्ण उपायों को एकीकृत कर एक कार्य योजना बनायी जा सकती है।”

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, “ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार श्रमिकों के कल्याण के प्रति वचनबद्ध है। देश इस समय आर्थिक गतिविधियों को अनलॉक करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि औद्योगिक परिसर में दिशा-निर्देशों का पालन किया जाये। वैज्ञानिक बचाव, एहतियात और सकारात्मक रवैये से कोविड के खिलाफ जंग में सहायता मिलेगी।”

कोविड-19 के खिलाफ भारत की जंग के बारे में डॉ. हर्षवर्धन ने कहा, “कोविड-19 के सभी मानदंडों में भारत कई विकसित देशों के मुकाबले बेहतर स्थिति में है। लगातार बढ़ती रिकवरी दर और निरंतर मृत्युदर में गिरावट ने साबित कर दिया है कि राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों द्वारा अपनायी जा रही कंटेनमेंट रणनीति सफल रही है। यह सभी संगठनों और आम नागरिकों के मिलेजुले प्रयासों का परिणाम है। आज अगर हम कोरोना के खिलाफ लड़ाई को मजबूती से लड़ पाये हैं तो सिर्फ इसलिउ कि इसे पूरे देश ने एकजुट होकर लड़ा है।” उन्होंने ईएसआईसी के अस्पतालों की भी सराहना की, जो कोविड के मरीजों को सेवाएं प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।

डॉ. हर्षवर्धन ने लोगों से कोविड अनुकूल व्यवहार का पालन करने की अपील की। उन्होंने दोहराया कि जब तक संक्रामक रोग के साथ लड़ाई में वैक्सीन उपलब्ध नहीं होता, तब तक मास्क या फेस कवर से मुंह ढंकना, बार-बार हाथ धोना और सुरक्षित दूरी रखना सामाजिक वैक्सीन की तरह काम करेगा।

श्री गंगवार ने कहा, “ये दिशा-निर्देश औद्योगिक श्रमिकों की सुरक्षा के लिए हैं। वर्तमान स्थिति को लेकर स्वयं को मानसिक रूप से तैयार करना और कोविड से सुरक्षा के लिए समुचित व्यवहार अपनाने के बारे में जागरुकता फैलाना महत्वपूर्ण है।”

डॉ. पॉल ने कहा कि ये दिशा-निर्देश औद्योगिक श्रमिकों की सुरक्षा के लिए प्रकाश स्तम्भ के रूप में काम करेंगे। लक्षित समूह के लिए कोविड से सुरक्षा हेतु समुचित व्यवहार से संबंधित इन दिशा-निर्देशों के व्यापक प्रसार-प्रचार की आवश्यकता है।

इस अवसर पर श्रम और रोजगार सचिव हीरा लाल सामरिया, ईएसआईसी महानिदेशक अनुराधा प्रसाद, महानिदेशक (स्वास्थ्य सेवा) डॉ. सुनील कुमार, स्वास्थ्य मंत्रालय की अपर सचिव आरती आहूजा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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