दिल्ली में कोरोना के रिकार्ड 1106 नए मामले, 82 की मौत

दिल्ली में कोरोना के रिकार्ड 1106 नए मामले, 82 की मौत

Newspoint24.com / newsdesk / आईएएनएस /

नई दिल्ली | बीते 24 घंटे के दौरान दिल्ली में कोरोना वायरस के रोगियों का एक नया रिकॉर्ड बना है। इस दौरान दिल्ली में 1,106 नए कोरोना रोगी मिले हैं। दिल्ली में कोरोनावायरस के एक दिन में सामने आए यह सर्वाधिक मामले हैं। वहीं दिल्ली सरकार ने कहा कि कोरोना से मरने वालों में 82 और मौतों का इजाफा हुआ है। इसके बाद अब दिल्ली में कोरोना से मरने वाले लोगों की कुल संख्या बढ़कर 398 हो गई है। गुरुवार को दिल्ली सरकार ने स्वास्थ्य बुलेटिन जारी करते हुए बताया था कि दिल्ली में अभी तक कुल 316 लोगो की कोरोना से मृत्यु हुई है। शुक्रवार को दिल्ली सरकार ने कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 398 बताई है। यानी 82 और व्यक्तियों की कोरोना वायरस के कारण मृत्यु हो चुकी है।

दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, “बीते 24 घंटे में 13 लोगों की कोरोनावायरस से मौत हुई है जबकि 69 लोग ऐसे हैं जिनकी मृत्यु बीते 32 दिनों में हो चुकी थी लेकिन इनके आंकड़े अब जारी किए गए हैं।”

कोरोना से होने वाली मृत्यु के आंकड़े देरी से देने के मुद्दे पर मनीष सिसोदिया ने सफाई पेश करते हुए कहा, “अस्पतालों की तरफ से लेट रिपोटिर्ंग हुई हुई है। जिसके कारण अब इन मौतों के मामले सार्वजनिक किए गए हैं।”

उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, “कोरोना से हुई 69 मौतों में से अकेले सफदरजंग अस्पताल में 52 व्यक्तियों की मृत्यु हुई है। जिसका ब्यौरा अस्पताल ने 2 दिन पहले ही दिया है।”

गौरतलब है कि दिल्ली भाजपा के कई नेता और नगर निगम से जुड़े भाजपा नेता केजरीवाल सरकार पर लगातार कोरोना वायरस से हुई मौतों के आंकड़े छुपाने के आरोप लगा रहे हैं।

शुक्रवार को ही दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा दिल्ली में अब कोरोना वायरस के कुल रोगी बढ़कर 17,386 हो चुके हैं। गुरुवार को 1,106 नए रोगी मिले हैं। दिल्ली में अभी तक 7,846 रोगी स्वस्थ हुए हैं जिनमें से अकेले गुरुवार को 351 कोरोनावायरस के रोगी स्वस्थ हुए हैं।

इसके अलावा दिल्ली सरकार ने 4 हजार से अधिक कोरोना पॉजिटिव रोगियों को उनके घर में ही आइसोलेशन में रखा है। दिल्ली सरकार के मुताबिक, इन व्यक्तियों को स्वास्थ्य संबंधी कोई बड़ी समस्या नहीं है। सभी को घरों के अंदर आइसोलेशन में रहने को कहा गया है। साथ ही इस दौरान यह लोग लगातार फोन के माध्यम से डॉक्टरों के संपर्क में रहेंगे।

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