मप्र के हर हिस्से में कोरोना की दस्तक, गांव में भी मरीज बढ़े

मप्र के हर हिस्से में कोरोना की दस्तक, गांव में भी मरीज बढ़े

Newspoint24.com/newsdesk/संदीप पौराणिक/आईएएनएस/

भोपाल | मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण का दायरा लगातार बढ़ता गया और उसने राज्य के सभी 52 जिलों में दस्तक दे दी है। अब तक निवाड़ी जिला ऐसा था, जहां कोरोना का संक्रमित मरीज नहीं मिला था, मगर अब यहां भी संक्रमित मरीज मिलने से पूरा प्रदेश ही इस बीमारी की गिरफ्त में आ चुका है। वहीं ग्रामीण इलाकों में भी मरीज बढ़ रहे हैं।

राज्य के शहरी से लेकर ग्रामीण इलाकों में भी कोरोना मरीज मिलने से सरकार की िंचंता बढ़ी हुई है। यही कारण है कि सरकारी कार्यालयों और बाजार को खोलने का फैसला लिए जाने के बाद सरकार स्कूलों को खोलने का फैसला नहीं कर पा रही है।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने साफ कर दिया है कि ‘राज्य में स्कूल कब खुलेंगे कुछ कह नहीं सकता, लेकिन अभी जो हालात दिख रहे है, उसके चलते जुलाई में तो स्कूल नहीं खुलने वाले, ऐसा अभी लगता है। जून के अंत में एक बार फिर समीक्षा हेागी और उसके बाद ही फैसला लिया जाएगा।’

कोरोना संक्रमण की दस्तक के बाद राज्य में इसका दायरा धीरे-धीरे बढ़ता गया। राज्य के 52 में से 51 जिलों में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या काफी बढ़ गई । निवाड़ी ही मात्र ऐसा एक जिला था, जहां कोरोना संक्रमित एक भी मरीज नहीं मिला था। अब यहां भी कोरोना संक्रमित मरीज मिला है।

जिलाधिकाीर अक्षय कुमार सिंह के अनुसार यहां तीन कोरोना पॉजिटिव पाए गए है, इसलिए नियमों का पालन कराने के लिए सख्ती बरती जाएगी। साथ ही बाजार सुबह आठ से शाम छह बजे तक खुलेंगे।

राज्य में कोरोना शहर से ग्रामीण इलाकों तक अपनी उपस्थित दर्ज करा चुका है। आधिकारिक आंकड़े बताते है कि, राज्य के 440 गांवों में 904 कोरोना के मरीज पाए गए है। सरकार ने कोविड की रोकथाम के लिए ग्राम पंचायतों को 14 वें वित्त आयोग की 15 प्रतिशत राशि 275 करोड़ रूपए भिजवाई है। इसे मास्क, साफ ,सफाई, साबुन, सेनेटाइजर, पीपीई किट आदि पर खर्च किया जा सकता है।

मुख्यमंत्री चौहान ने आगामी समय में संक्रमण के बढ़ने की आशंका जताते हुए कहा कि वर्तमान में लॉकडाउन खुल जाने के कारण नए कोरोना संक्रमित मरीज आ रहे हैं, थोड़ी सी भी असावधानी संक्रमण बढ़ा सकती है। इसलिए पूरी सावधानी एवं सतर्कता जरुरी है।

आधिकारिक ब्यौरे के अनुसार, प्रदेश में 22 लैब कार्य कर रही हैं। कुल 1109 फीवर क्लीनिक से नागरिकों को सेवाएं मिल रही हैं। टेस्टिंग और ट्रीटमेंट की क्षमता लगातार बढ़ी है। अलीराजपुर, हरदा और होशंगाबाद में गत 21 दिवस में कोई भी पजिटिव केस सामने नहीं आया है। सिवनी में पिछले 19, झाबुआ में पिछले 15 और सीहोर में पिछले 10 दिन में कोई पॉजिटिव केस नही आया। प्रदेश में 13 अप्रेल को रिकवरी रेट नौ प्रतिशत था, जो अब 70 प्रतिशत है। इसमें निरंतर सुधार हो रहा है।

इतना ही नहीं कोरोना के संक्रमण को रोकने में जहां स्वास्थ्य विभाग, महिला बाल विकास विभाग, राजस्व विभाग अपनी जिम्मेदारी निभा रहा है तो व्यवस्थाओं को संभालने के लिए पुलिस बल की भी तैनाती की गई है। पुलिस बल के 9580 अधिकारी-कर्मचारी तैनात हैं, इनमें 6381 आरक्षक, 1812 प्रधान आरक्षक, 711 सहायक उपनिरीक्षक़, 422 सब इंस्पेक्टर, 164 इंस्पेक्टर, 70 डीएसपी और 20 एडिशनल एसपी शामिल हैं।

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