बिहार चुनावः भाजपा के घोषणा पत्र में 11 संकल्प, कोरोना वैक्सीन के मुफ्त टीकाकरण का वादा

बिहार चुनावः भाजपा के घोषणा पत्र में 11 संकल्प, कोरोना वैक्सीन के मुफ्त टीकाकरण का वादा
बिहार चुनावः भाजपा के घोषणा पत्र में 11 संकल्प, कोरोना वैक्सीन के मुफ्त टीकाकरण का वादा


19 लाख रोजगार देने के साथ ही एक साल में तीन लाख शिक्षकों की भर्ती का वादा
मेडिकल और तकनीकी शिक्षा हिन्दी भाषा में उपलब्ध कराने का संकल्प
मछली उत्पादन में राज्य को देश में नंबर वन बनाने का दिया भरोसा
पिछले 15 वर्षों में बिहार की जीडीपी 3 से 11.3 फीसदी हो गई

पटना । बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर गुरुवार को भाजपा ने अपना घोषणापत्र जारी किया। केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ‘आत्मनिर्भर बिहार का रोडमैप’ के तहत भाजपा के 5 सूत्र, एक लक्ष्य, 11 संकल्प के साथ विजन डाक्‍यूमेंट को जारी किया। साथ में बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव और प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल भी थे। घोषणापत्र में हर बिहारवासी को फ्री कोरोना वैक्सीन मुहैया कराने और मेडिकल तथा तकनीकी शिक्षा हिन्दी भाषा में उपलब्ध कराने, शिक्षा, स्वास्थ्य और आईटी समेत विभिन्न क्षेत्रों में 19 लाख रोजगार देने के साथ ही एक साल में तीन लाख शिक्षकों की भर्ती का वादा किया गया है। इसमें 15 साल बनाम 15 साल का जिक्र किया गया है। भाजपा ने बताया कि लालू-राबड़ी के 15 साल में प्रति व्यक्ति आय 8 हजार रुपये थी, जो भाजपा-जदयू की गठबंधन सरकार में बढ़कर 43 हजार रुपये से ज्यादा हो गई।

घोषणा पत्र में भाजपा का लक्ष्य आत्मनिर्भर बिहार है। इसमें पांच सूत्र स्वस्थ समाज-आत्मनिर्भर बिहार, शिक्षित बिहार-आत्मनिर्भर बिहार, गांव से शहर-सबका विकास, सशक्त कृषि-समृद्ध किसान और उद्योग आधार-सबल समाज बताये गये हैं। इसके अलावा घोषणापत्र में पार्टी के 11 संकल्प हैं। इसके तहत बिहार के हर निवासी का मुफ्त कोरोना टीकाकरण कराना, मेडिकल, इंजीनियरिंग समेत तकनीकी शिक्षा हिंदी में उपलब्ध कराना, तीन लाख शिक्षकों की नियुक्ति, आईटी हब के रूप में विकसित कर 5 साल में 5 लाख से ज्यादा रोजगार के अवसर उपलब्ध कराये जाएंगे। एक करोड़ महिलाओं को स्वावलंबी बनाने, एक लाख लोगों को स्वास्थ्य विभाग में नौकरी उपलब्ध कराने, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) का संचालन 2024 तक सुनिश्चित करने, धान और गेहूं के बाद अब दलहन की भी खरीद एसएमपी की निर्धारित दरों पर करने, ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के और 30 लाख लोगों को वर्ष 2022 तक पक्के मकान देने का वादा किया गया है। दो वर्षों में निजी और कॉम्फेड आधारित 15 नये प्रोसेसिंग उद्योग लगाने, अगले 2 वर्षों में मीठे पानी में पलने वाली मछलियों के उत्पादन में राज्य को देश का नंबर एक राज्य बनाने के साथ ही बिहार के 10 हजार नये किसान उत्पाद संघों को आपस में जोड़कर विशेष फसल उत्पाद मक्का, फल, चूड़ा, मखाना, पान, मसाला, मेंथा, औषधीय पौधों आदि की सप्लाई चेन विकसित कर राज्य में 10 लाख रोजगार के अवसर सृजित करने को पार्टी संकल्पित है।

हम जो वादा करते हैं, उसे पूरा करते हैः निर्मला सीतारमण

निर्मला सीतारमण ने कहा कि बिहार के सभी नागरिक राजनीतिक रूप से संवेदनशील और सूचित हैं। वे वादों को जानते और समझते हैं, जिन्हें पार्टी करती है। हम जो वादा करते हैं, उसे पूरा करते हैं। इसलिए मैं राज्य के सभी लोगों से एनडीए को वोट देने और इन्हें जिताने की अपील करती हूं। नीतीश कुमार अगले 5 साल तक बिहार के मुख्यमंत्री बने रहेंगे। उनके शासन में बिहार भारत का एक प्रगतिशील और विकसित राज्य बन जाएगा। उन्होंने लालू-राबड़ी के जंगल राज से तुलना करते हुए कहा कि बिहार में एनडीए सरकार के पिछले 15 वर्षों के शासन में राज्य की जीडीपी 3 से बढ़कर 11.3 फीसदी हो गई। यह इसीलिए संभव हो पाया क्योंकि हमारी सरकार ने सुशासन को प्राथमिकता दी। लालू-राबड़ी राज के दौरान के 15 साल के औद्योगिक उत्पादन का कोई डेटा नहीं मिला, इसलिए हमने इस घोषणापत्र में वो जगह खाली छोड़ दी। हमारे 15 साल के शासन में औद्योगिक विकास में 17 प्रतिशत का इजाफा हुआ। सीतारमण ने कहा कि मोदी सरकार ने घरों में निशुल्क गैस सिलेंडर पहुंचाये। गरीब लोगों के अकाउंट खुलवाये और हर गरीब को कोरोना काल में 1500 रुपये की आर्थिक मदद की। इस तरह भाजपा ने अपने कार्यों से लोगों का भरोसा जीता है।

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