उप्र में पिछले 24 घंटों में कोरोना संक्रमण के 6846 नये मामले

उप्र में पिछले 24 घंटों में कोरोना संक्रमण के 6846 नये मामले

Newspoint24.com/newsdesk/


लखनऊ । उत्तर प्रदेश सरकार ने दावा किया है कि राज्य में अब तक सबसे अधिक 21 से 40 आयु वर्ग के 48़ 58 प्रतिशत संक्रमित है जबकि 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के बुर्जुगों का प्रतिशत मात्र 8़ 75 है। संक्रमितों में महिलाओं की अपेक्षा पुरूषों की संख्या ज्यादा है।
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने शनिवार को यहां बताया कि राज्य में कोविड-19 टेस्टिंग का कार्य तेजी से किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि राज्य में सबसे अधिक 21 से 40 वर्ष के युवा संक्रमित है। अब तक कुल संक्रमित में से 0-20 वर्ष तक 13.98 प्रतिशत, 21-40 वर्ष तक 48.58 प्रतिशत, 41-60 वर्ष तक 28.69 प्रतिशत तथा 60 वर्ष से अधिक 8.75 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि कुल संक्रमित लोगों में से 69 प्रतिशत पुरूष तथा 31 प्रतिशत महिलाएं संक्रमित हैं।


उन्होंने बताया कि राज्य में शुक्रवार को एक दिन में 1,40,562 सैम्पल की जांच की गयी। प्रदेश में अब तक कुल 73,58,471 सैम्पल की जांच की गयी है। उन्होंने बताया कि राज्य में पिछले 24 घंटों में कोरोना के संक्रमित 6846 नये मामले आये है। प्रदेश में 67,955 कोरोना के एक्टिव मामले हैं। पिछले 24 घंटे में कोरोना के 6085 लोग उपचारित हो चुके हैं।
श्री प्रसाद ने बताया कि राज्य में अब तक 2,33,527 मरीज पूरी तरह से उपचारित हो चुके, जिसका डिस्चार्ज प्रतिशत 76.35 है। उन्होंने बताया कि होम आइसोलेशन में 36,334 लोग हैं। अब तक 1,49,396 होम आइसोलेशन में रह चुके हैं जिसमें से 1,13,062 लोगों कीे आइसोलेशन की अवधि पूर्ण कर स्वस्थ्य हो चुके है। प्रदेश में सर्विलांस टीम के माध्यम से 1,00,410 क्षेत्रों में 3,43,519 टीमों के माध्यम से 2,28,74,346 घरों के 11,40,14,407 लोगों का सर्वेक्षण किया गया है।


उन्होंने बताया कि ई-संजीवनी के माध्यम से कल एक दिन 1739 लोगों ने चिकित्सीय परामर्श लिया है। अब तक कुल 72,148 लोगों ने ई-संजीवनी के माध्यम से चिकित्सीय परामर्श प्राप्त कर चुके है। उन्होंने बताया कि आरोग्य सेतु ऐप द्वारा 10,75,978 लोगों को अलर्ट जारी किया गया। इस पर स्वास्थ्य विभाग एवं सी0एम0 हेल्प लाइन के माध्यम से जानकारी प्राप्त की गयी। ग्राम निगरानी समितियां तथा रेजिडेन्ट वेलफेयर कमेटियां सक्रिय रहें। उन्होंने बताया कि ग्राम निगरानी समितियां तथा रेजीडेन्ट वेलफेयर समितियों द्वारा सक्रिय रूप से कार्य किया जाय।

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