राजस्थान के चित्तौड़गढ़ से दिहाड़ी मजदूरों का पलायन जारी तीन दिनों में 3270 लोग गये

राजस्थान के चित्तौड़गढ़ से दिहाड़ी मजदूरों का पलायन जारी तीन दिनों में 3270 लोग गये

Newspoint24.com / newsdesk / यूनिवार्ता

चित्तौड़गढ़ । राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले की सम्पूर्ण सीमा सील किये जाने के बावजूद तीन हजार से अधिक लोग गुजरात एवं महाराष्ट्र से बिना जानकारी में आये यहां प्रवेश कर गये, जिससे यहां कोरोना संक्रमण की आशंका उत्पन्न हो गयी है।

जिले में गत 31 मार्च की आधी रात के बाद प्रशासन ने जिले में प्रवेश के सम्पूर्ण रास्तों को सील कर दिया और इसके बाद शिक्षा विभाग द्वारा घर घर किये जा रहे सर्वे के अनुसार जिले के 11 उपखंड क्षेत्रों में 31 मार्च की आधी रात के बाद से तीन अप्रैल तक 3270 लोग अपने घर लौट आये जो गुजरात एवं महाराष्ट्र में काम धंधा करते थे और अब यहां आ गये हैं।

सूत्रों ने बताया कि यह रिपोर्ट केवल तीन दिनों की ही है जबकि अब भी गुजरात और महाराष्ट्र से इन कामगारों का चोरी छिपे अपने घरों तक आना जारी है। एक अनुमान के अनुसार अब तक करीब दस हजार लोग यहां आ चुके हैं। महाराष्ट्र से अब तक आने वालों में प्रमुख रूप से पुणे जिले से आए हैं जहां पर सर्वाधिक कोरोना पीड़ित पाए गये हैं, इनमें भी जिले के राशमी उपखंड क्षेत्र के लोग है जिनकी कुल संख्या 935 है । इनमें खांसी, बुखार आदि से पीड़ितों की संख्या 246 है, से यभी लोग वहां पर आईसक्रीम की लाॅरियां लगाते हैं वहीं बड़ीसादड़ी एवं डूंगला क्षेत्र में आए लोग वहां मजदूरी करते रहे हैं।

तीन दिन की सर्वे रिपोर्ट को ही माने तो इन 3270 लोगों में से 540 लोग सर्दी, खांसी, बुखार एवं सांस लेने में तकलीफ से पीड़ित है, हालांकि इनको होम कोरोंटाईन किया गया है लेकिन हालात बता रहे हैं कि सीमा पर एवं सीमा के भीतर जिला प्रशासन बाहरी श्रमिकों की आवाजाही रोकने में पूर्णतः असफल साबित हो रहा है, जिसके चलते रविवार को भी कुछ लोग नासिक से पैदल आते हुए यहां पकड़ में आये तो सुबह भी मध्यप्रदेश के इंदौर से आए लोगों को पुलिस ने शहर में पकड़ा है।

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सूत्रों ने बताया कि जिले में प्रशासन के सम्पूर्ण लाॅकडाउन के आदेश भी बेअसर साबित हो रहे हैं और सुबह सात बजे से दोपहर एक बजे तक आवश्यक सामग्री की दुकानों पर सोशल डिस्ंटेंस का पालन नहीं करते हुए भारी भीड़ उमड़ रही है। जिले में पेट्रोल पम्प पर सुबह आठ बजे से पांच बजे तक ही आवश्यक सेवाओं वाले वाहनों पर पेट्रोल डीजल भरने का आदेश है लेकिन यहां भी रात आठ बजे तक भी हर किसी को पेट्रोल डीजल भरवाते देखा जा सकता है।

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