अप्रवासी राजस्थानियों को ट्रेन से लाया जाएगा

अप्रवासी राजस्थानियों को ट्रेन से लाया जाएगा

Newspoint24.com/newsdesk/ जोरा वार्ता


जयपुर। राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने बताया है कि राज्य के बाहर से आने वाले अप्रवासी राजस्थानी और श्रमिकों को ट्रेन से लाया जाएगा और उन्हें क्वारेंटाइन का कड़ाई से पालन करना होगा।
डॉ. शर्मा ने कहा कि इन लोगों को 14 दिन के क्वारेंटाइन का सख्ती से पालन करना होगा तथा किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने बताया कि देश के अन्य राज्यों में बस रहे राजस्थानियों को वापस घर में लाने के लिए मुख्यंमत्री ने प्रधानमंत्री से उन्हें ट्रेन के जरिए लाने का आग्रह किया था। केन्द्र सरकार ने इसकी अनुमति दे दी है और प्रदेश के मुख्य सचिव के साथ रेलवे के अधिकारियों की बातचीत चल रही है। अंतिम निर्णय होने के बाद अप्रवासियों को लाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि देश के बाहर रहने वाले लगभग 10 लाख लोगों ने राजस्थान में आने के लिए सरकार द्वारा जारी नंबर और पोर्टल के जरिए पंजीयन कराया है। उन्होंने बताया कि बाहर से आने वाले प्रवासियों की स्क्रीनिंग से भी उनके पॉजीटिव होने का पता लगाना मुश्किल है क्योंकि बिना लक्षण भी मरीज पॉजीटिव आ रहे हैं। ऎसे में संबंधित जिला कलेक्टर्स उनकी होम क्वारेंटाइन या सरकारी क्वारेंटाइन करने की व्यवस्था करने के बाद ही क्षेत्र में भेजेंगे।
डॉ. शर्मा ने बताया कि ग्रामीणों को कोई परेशानी ना हो तो स्थानीय टीम की निगरानी में उन्हें होम क्वारेंटाइन में रखा जा सकता है और यदि ग्रामीणों का विरोध हो तो गांव के बाहर सरकारी भवन में क्वारेंटाइन में रखा जाएगा। जो गरीब और बेसहारा हैं उनके लिए भी सरकारी क्वारेंटाइन की व्यवस्था करने के निर्देश दिए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि बाहर से आने वाले किसी भी व्यक्ति को 14 दिन का होम या सरकारी क्वारेंटाइन पीरीयड का पालन करना ही होगा। उन्होंने कहा कि किसी भी सूरत में राज्य को संक्रमित नहीं होने दिया जाएगा।
इसके अलावा डा शर्मा ने कहा कि यदि प्रदेश का कोई निजी चिकित्सालय ओपीडी, आईपीडी या इमरजेंसी में मरीजों को आवश्यक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध नहीं कराता या कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों से ईलाज की एवज में राशि वसूलता पाया जाता है तो न केवल उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही की जा सकती है बल्कि उसकी संबद्धता भी निरस्त की जा सकती है।
उन्होंने बताया कि सरकार ने निजी चिकित्सालयों को रियायत के साथ अस्पताल खोलने की अनुमति और सुविधा दी गई थी लेकिन यह संज्ञान में आया है कि वे नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। यही नहीं आयुष्मान भारत महात्मा गांधी राजस्थान स्वास्थ्य बीमा योजना, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना व सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना सहित कई योजनाओं के अधीन आने वाले लोगों से भी पैसा वसूल रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

Share this story